बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व में 2000 वर्ष पुराने अवशेषों की खोज
प्रारंभिक परीक्षा - बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व मुख्य परीक्षा : सामान्य अध्यन प्रशन पत्र 1 -भारतीय विरासत और संस्कृति
चर्चा में क्यों?
हाल ही में बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व में 2000 वर्ष पुराने समाज के अवशेषों की खोज की गयी।
महत्वपूर्ण बिंदु
बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व में 1,500 वर्ष पुरानी रॉक पेंटिंग तथा लगभग 1,800-2,000 वर्ष पुराने मानव निर्मित जल निकाय भी मिले हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, बांधवगढ़ एक पुराने व्यापार मार्ग का हिस्सा था, जिससे व्यापारी गुजरते थे और रॉक-कट गुफाओं को अपने आश्रय के रूप में इस्तेमाल करते थे।
इससे पहले वर्ष 2022 में यहाँ से दूसरी-पांचवीं शताब्दी ईसा पूर्व की लगभग 26 बौद्ध गुफाओं की खोज की गयी थी।
बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व
बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व मध्यप्रदेश के उमरिया जिले में विंध्य पर्वत श्रंखला पर स्थित है।
इस उद्यान में एक मुख्य पहाड़ है जो 'बांधवगढ़' कहलाता है उसी के नाम पर इसका नाम बांधवगढ़ पड़ा।
इसे वर्ष1968 में राष्ट्रीय उद्यान के रूप में अधिसूचित किया गया तथा प्रोजेक्ट टाइगर के तहत वर्ष 1993 में इसे एक बाघ आरक्षित क्षेत्र घोषित किया गया।
बाघ के अलावा यहाँ तेंदुए, जंगली हाथी, बायसन, बारहसिंघा, हिरण के साथ-साथ स्तनधारियों की 37 से अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं।
बांधवगढ़ में पक्षियों की लगभग 250 तथा तितलियों की लगभग 80 प्रजातियाँ पायी जाती है।