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सौर फोटोवोल्टिक उत्पादों के लिए संशोधित गुणवत्ता नियंत्रण आदेश

(सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र-3; बुनियादी ढाँचाः ऊर्जा, बंदरगाह, सड़क, विमानपत्तन, रेलवे आदि।)

संदर्भ

नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने सौर प्रणाली , उपकरण और घटक सामान आदेश, 2025 को अधिसूचित किया है। यह  मौजूदा सौर फोटोवोल्टिक्स , सिस्टम, उपकरण और घटक सामान (अनिवार्य पंजीकरण के लिए आवश्यकताएं) आदेश, 2017 को प्रतिस्थापित करता है।

नवीनतम संशोधन

  • यह आदेश सौर पीवी मॉड्यूल, सौर पीवी अनुप्रयोगों और स्टोरेज बैटरियों में उपयोग किए जाने वाले इनवर्टर को कवर करता है।
  • संशोधित गुणवत्ता नियंत्रण आदेश टिकाऊ ऊर्जा विकास के लिए उच्च गुणवत्ता वाले और कुशल सौर फोटोवोल्टिक (पीवी) उत्पादों को बढ़ावा देने की भारत सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप है। 
  • संशोधन का उद्देश्य उत्पाद की विश्वसनीयता बढ़ाना और सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ ही भारत के महत्वाकांक्षी नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्यों का समर्थन करना है।

आदेश की मुख्य बातें:

  • अनिवार्य मानक : सौर पी.वी. मॉड्यूल, इनवर्टर और स्टोरेज बैटरियों को नवीनतम भारतीय मानकों (बी.आई.एस. द्वारा अधिसूचित) के अनुरूप होना चाहिए तथा बी.आई.एस. से लाइसेंस के तहत मानक चिह्न धारण करना चाहिए।
    • सौर पीवी मॉड्यूल के लिए न्यूनतम दक्षता मानदंड : 
      • मोनो क्रिस्टलीय सिलिकॉन और पतली फिल्म पीवी मॉड्यूल के लिए 18%
      • पॉली क्रिस्टलीय सिलिकॉन पीवी मॉड्यूल के लिए 17%
  • प्रयोज्यता - यह आदेश सौर पी.वी. प्रणालियों और घटकों के निर्माताओं, आयातकों, वितरकों, खुदरा विक्रेताओं, विक्रेताओं और पट्टादाताओं पर लागू होता है।
    • केवल निर्यात के लिए बने उत्पादों को छूट दी गई है।
  • प्रमाणन और प्रवर्तन: भारतीय मानक ब्यूरो लाइसेंस देने और आदेश के प्रवर्तन की देखरेख करेगा। बाजार की निगरानी बीआईएस या मंत्रालय के परामर्श से बीआईएस द्वारा अधिसूचित एजेंसी द्वारा की जाएगी।
  • समवर्ती संचालन:
    • गुणवत्ता नियंत्रण आदेश (Quality Control Order) , 2017 के अंतर्गत मौजूदा लाइसेंस वैध बने रहेंगे तथा नवीनीकरण और नए पंजीकरण संशोधित आदेश द्वारा नियंत्रित होंगे।
  • गैर-अनुपालन के लिए जुर्माना:
    • इस आदेश के प्रावधानों का कोई भी उल्लंघन भारतीय मानक ब्यूरो अधिनियम, 2016 के अंतर्गत दंडनीय होगा।
  • सार्वजनिक हित को बढ़ावा देना:
    • ये संशोधित मानक और विनिर्देश भारत के बढ़ते नवीकरणीय ऊर्जा बाजार में सुरक्षित, उच्च प्रदर्शन वाले सौर उत्पादों की उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे।

निष्कर्ष 

  • संशोधित गुणवत्ता नियंत्रण आदेश, 2025 में क्रिस्टलीय सिलिकॉन और पतली फिल्म फोटोवोल्टिक मॉड्यूल सहित सौर पीवी  प्रौद्योगिकियों के लिए विस्तृत परीक्षण और दक्षता आवश्यकताओं को पेश किया गया है। 
    • यह वैश्विक मानकों को पूरा करने के लिए इनवर्टर और स्टोरेज बैटरी के लिए कठोर सुरक्षा उपायों को भी निर्दिष्ट करता है।
  • यह पहल नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में नवाचार और स्थिरता को बढ़ावा देते हुए उच्चतम गुणवत्ता मानकों को सुनिश्चित करेगी।
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