भारत के पहले पुन: प्रयोज्य हाइब्रिड रॉकेट ‘RHUMI-1’ को तमिलनाडु स्थित स्टार्ट-अप ‘स्पेस ज़ोन इंडिया’ ने सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया है जिसे मार्टिन ग्रुप के साथ मिलकर विकसित किया गया है।
मार्टिन फाउंडेशन ने डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम इंटरनेशनल फाउंडेशन और स्पेस जोन इंडिया के सहयोग से डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल मिशन-2023 का उद्घाटन किया है। इस परियोजना में 5,000 छात्र शामिल थे।
3 क्यूब सैटेलाइट (CUBE Satellites) और 50 पिको सैटेलाइट (Pico Satellites) ले जाने वाले इस रॉकेट को मोबाइल लॉन्चर का उपयोग करके उपकक्षीय प्रक्षेप पथ में लॉन्च किया गया है।
लगभग 35 किलोमीटर की ऊँचाई तक पहुँचने वाला यह रॉकेट एक सामान्य ईंधन आधारित हाइब्रिड मोटर और विद्युत रूप से ट्रिगर किए गए पैराशूट डिप्लॉयर से सुसज्जित है।
इस रॉकेट के इंजन में तरल ऑक्सीडाइजर और ठोस ईंधन का उपयोग किया गया है। इसकी बॉडी कार्बन फाइबर एयरफ्रेम से बनाई गई है। यह पूर्णतया पायरोटेक्निक-मुक्त (Pyrotechnic-Free) और इसमें 0% ट्राईनाइट्रोटोलुइन (TNT) है।
इसका लक्ष्य ग्लोबल वार्मिंग एवं जलवायु परिवर्तन पर शोध के लिए डाटा एकत्र करना और मौसम, वायु गुणवत्ता, वायुमंडलीय स्थितियों तथा ब्रह्मांडीय व यू.वी. विकिरणों (Cosmic & UV radiation) में अनुसंधान को बढ़ावा देना है।
इस पहल का उद्देश्य अंतरिक्ष मिशनों को अधिक टिकाऊ एवं लागत प्रभावी बनाना है, जो अंतरिक्ष नवाचार में भारत की बढ़ती भूमिका को दर्शाता है।