प्रारंभिक परीक्षा – सामयिक घटनाएँ मुख्य परीक्षा : सामान्य अध्ययन प्रश्नप्रत्र 2 - स्वास्थ्य |
चर्चा में क्यों
द लैंसेट न्यूरोलॉजी में प्रकाशित रोग, चोट और जोखिम कारकों का वैश्विक बोझ अध्ययन के अनुसार दुनिया भर में 3 अरब से अधिक लोग न्यूरोलॉजिकल स्थितियों से पीड़ित हैं।
प्रमुख बिंदु
- प्रमुख न्यूरोलॉजिकल स्थिति -
- ब्रेन स्ट्रोक
- नवजात एन्सेफैलोपैथी (विक्षिप्त मस्तिष्क वाले नवजात शिशु)
- माइग्रेन
- अल्जाइमर
- डिमेंशिया
- मधुमेह न्यूरोपैथी (उच्च रक्त शर्करा के कारण तंत्रिका क्षति)
- मेनिनजाइटिस
- मिर्गी
- समय से पहले जन्म के कारण तंत्रिका संबंधी जटिलताएं
- ऑटिज्म स्पेक्ट्रम विकार
- तंत्रिका तंत्र के कैंसर
रोग, चोट और जोखिम कारकों का वैश्विक बोझ अध्ययन
- इसके अनुसार पिछले 30 वर्षों में ब्रेन स्ट्रोक, अल्जाइमर, डिमेंशिया और मेनिनजाइटिस जैसी न्यूरोलॉजिकल स्थितियों से पीड़ित या मरने वाले लोगों की संख्या में 18 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
- पहली बार नवजात एन्सेफैलोपैथी, मधुमेह न्यूरोपैथी, समय से पहले जन्म संबंधी जटिलताएं और ऑटिज्म शीर्ष 10 चिंताजनक स्थितियों में पहुंच गए हैं।
- वर्ष 2021 में सबसे प्रचलित तंत्रिका संबंधी विकार तनाव-प्रेरित सिरदर्द और माइग्रेन थे।
- भारत में, वर्ष 2021 में न्यूरोलॉजिकल स्थितियों से होने वाली मौतों की दर प्रति 100,000 लोगों पर 113 थी।
भारत के लिए अध्ययन का महत्व
- यह अध्ययन जोखिम कारकों को देखने की आवश्यकता पर प्रकाश डालता है।
- भारतीयों को मधुमेह न्यूरोपैथी और स्ट्रोक के बारे में सतर्क रहने की जरूरत है।
- मधुमेह के प्रसार में वृद्धि के अनुरूप, भारत एक चरम बिंदु पर है।
- भारत को एक प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली की आवश्यकता है जो यह सुनिश्चित कर सके कि मधुमेह का न केवल जल्दी पता लगाया जाए बल्कि उसका समाधान भी किया जाए।
- भारत में पिछले 17 वर्षों में ब्रेन स्ट्रोक का प्रचलन 50 प्रतिशत बढ़ गया है
- वर्तमान में प्रत्येक चार में से एक व्यक्ति को अपने जीवनकाल में स्ट्रोक होने का खतरा है।
- उच्च रक्तचाप को भी पर्याप्त रूप से नियंत्रित करने और शीघ्र निदान करने की आवश्यकता है।
डिमेंशिया
- डिमेंशिया कोई विशिष्ट बीमारी नहीं है बल्कि यह याद रखने, सोचने या निर्णय लेने की क्षमता में कमी के लिए एक सामान्य शब्द है
- अल्जाइमर रोग, डिमेंशिया का सबसे आम प्रकार है।
- डिमेंशिया के कई अन्य प्रकार भी हैं –
- वैस्कुलर डिमेंशिया
- लेवी बॉडी डिमेंशिया
- फ्रंटोटेम्पोरल डिमेंशिया इत्यादि
अल्जाइमर
- यह एक तंत्रिका संबंधी विकार है
- इसके कारण मस्तिष्क की कोशिकाएं ख़राब हो जाती हैं और मर जाती हैं।
- यह किसी व्यक्ति की दैनिक गतिविधियों को करने की क्षमता को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है।
- इसका कोई इलाज नहीं है, लेकिन कुछ दवाएं और उपचार अस्थायी रूप से इसके लक्षणों को प्रबंधित करने में मदद कर सकते हैं
- लक्षण
- याददाश्त में कमी
- बोलने या लिखने में शब्दों के साथ समस्या
- मनोदशा और व्यक्तित्व में बदलाव
- समय या स्थान के साथ भ्रम आदि
ब्रेन स्ट्रोक
- ब्रेन स्ट्रोक एक ऐसी स्थिति है जिसमें मस्तिष्क के किसी भाग में रक्त की आपूर्ति रुक जाती है।
- इसके कारण वह भाग ठीक से काम नहीं कर पाता हैं या बंद हो जाता है।
- ब्रेन स्ट्रोक दो प्रकार का होता है -
1. इस्केमिक स्ट्रोक (Ischemic Stroke)
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- इसमें, एक या एक से अधिक रक्त वाहिका (धमनी) अवरुद्ध हो जाती है, जिससे रक्त की आपूर्ति रुक जाती है।
2. हेमोरेजिक स्ट्रोक (Hemorrhagic Stroke)
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- यह स्ट्रोक तब होता है जब मस्तिष्क में कोई रक्त वाहिका (धमनी) फट जाती है और रक्त बाहर निकल कर मस्तिष्क के अंदर जमा होता है।
प्रश्न - जब मस्तिष्क में कोई रक्त वाहिका (धमनी) फट जाती है और रक्त बाहर निकल कर मस्तिष्क के अंदर जमा होता है तब ऐसी स्थिति को कहते हैं –
(a) इस्केमिक स्ट्रोक
(b) हेमोरेजिक स्ट्रोक
(c) अल्जाइमर रोग
(d) डिमेंशिया
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