(मुख्य परीक्षा, सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र- 2 : स्वास्थ्य, शिक्षा, मानव संसाधनों से संबंधित सामाजिक क्षेत्र/सेवाओं के विकास और प्रबंधन से संबंधित विषय) |
संदर्भ
प्रत्येक वर्ष 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की जयंती के उपलक्ष्य में ‘राष्ट्रीय युवा महोत्सव’ का आयोजन किया जाता है। वर्तमान में भारत जनसांख्यकीय लाभांश की स्थिति में है।
भारत में जनसांख्यकीय लाभांश की स्थिति
भारत में युवा कार्यशील वर्ग
- भारत में वर्ष 2030 तक 1.04 बिलियन कार्यशील आयु वर्ग के लोग होंगे जिसके परिणामस्वरूप इस अवधि तक भारत का निर्भरता अनुपात अपने न्यूनतम स्तर (लगभग 31.2%) पर होगा।
- वर्ष 2056 तक भारत का युवा निर्भरता अनुपात (कुल जनसंख्या के सापेक्ष 15 वर्ष से कम आयु के बच्चों की संख्या) वृद्ध निर्भरता अनुपात (कुल जनसंख्या के सापेक्ष 65 वर्ष से अधिक आयु की आबादी का अनुपात) से अधिक होने की संभावना है।
- भारत में रोजगार की स्थिति पर अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत अगले एक दशक तक जनसांख्यिकीय लाभांश की स्थिति में रहेगा।
- भारत के आर्थिक सर्वेक्षण 2018-19 के अनुसार जनसांख्यिकीय लाभांश वर्ष 2041 के आसपास अपने उच्चतम स्तर पर होगा।
- इस दौरान कार्यशील आयु वर्ग की आबादी भारत की कुल आबादी का लगभग 59% होगी।
- अगले दशक में वैश्विक कार्यबल में भारत की हिस्सेदारी लगभग 24.3% होगी। भारत ने सूचना प्रौद्योगिकी और बिज़नेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग सेवाओं के निर्यात के माध्यम से अपने जनसांख्यिकीय लाभांश का लाभ उठाया है।
युवा शक्ति के समक्ष विद्यमान चुनौतियाँ
- निजी क्षेत्र की कई कंपनियों के अधिकारियों, जैसे- नारायण मूर्ति (इंफोसिस) तथा एल एंड टी के प्रमुख एस.एन. सुब्रमण्यन ने भारत के युवाओं से कार्य अवधि (Working Hour’s) में वृद्धि की बात की है। हालाँकि, भारत में युवा पहले से ही विभिन्न चुनौतियों का सामना कर रहे हैं जिनमें शामिल हैं :
- अधिकांश युवा आबादी का असंगठित क्षेत्र में संलग्न होना
- सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का अभाव
- अस्थिर रोज़गार एवं प्रतिकूल कार्यदशाएँ
- रोज़गारपरक कौशल एवं प्रशिक्षण का अभाव
युवा शक्ति के विकास के लिए सरकार के प्रयास
कौशल विकास पर बल
- केंद्रीय बजट 2024-25 में 5 साल की अवधि में 4.1 करोड़ युवाओं के रोजगार एवं कौशल विकास के लिए प्रधानमंत्री की पाँच योजनाओं के पैकेज की घोषणा की गई है। इसमें शामिल हैं :
- कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) में पंजीकृत पहली बार नौकरी करने वाले कर्मचारियों को 3 किस्तों में 15,000 रुपए तक का एक महीने का वेतन दिया जाएगा।
- विनिर्माण क्षेत्र में रोजगार सृजन : रोजगार के पहले 4 वर्षों में कर्मचारी और नियोक्ता दोनों को उनके EPFO अंशदान के संबंध में सीधे निर्दिष्ट पैमाने पर प्रोत्साहन प्रदान किया जाएगा।
- नियोक्ताओं को सहायता : सरकार प्रत्येक अतिरिक्त कर्मचारी के लिए नियोक्ताओं के EPFO अंशदान के लिए 2 वर्ष तक 3,000 रुपए प्रति माह तक की प्रतिपूर्ति करेगी।
- कौशल विकास के लिए नई केंद्र प्रायोजित योजना : 5 वर्ष की अवधि में 20 लाख युवाओं को कौशल विकास का प्रशिक्षण तथा 1,000 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को हब एवं स्पोक मॉडल में अपग्रेड किया जाएगा।
- 5 वर्षों में 1 करोड़ युवाओं को 500 शीर्ष कंपनियों में इंटर्नशिप की नई योजना।
विकसित भारत युवा नेता संवाद
विकसित भारत युवा नेता संवाद भारत के युवाओं को राष्ट्र की विकास यात्रा में शामिल करने के उद्देश्य से शुरू किया गया है।
इसका लक्ष्य युवा मस्तिष्क की सामूहिक ऊर्जा, रचनात्मकता एवं नेतृत्व क्षमता का उपयोग करके विकसित भारत के निर्माण में योगदान देना है।
यह युवा नेताओं को चर्चा में शामिल होने, विचारों का आदान-प्रदान करने और देश की चुनौतियों के समाधान पर सहयोग करने के लिए एक मंच प्रदान करता है।
राष्ट्रीय युवा महोत्सव का आयोजन
राष्ट्रीय युवा महोत्सव भारत के युवाओं में राष्ट्रीय एकीकरण की भावना के साथ ही युवा सशक्तीकरण एवं रचनात्मकता के आदर्शों को बढ़ावा देता है।
मेरा युवा भारत
- मेरा युवा भारत, युवा कार्य एवं खेल मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त निकाय है जो राष्ट्रीय युवा महोत्सव की दिशा को आकार देने और मार्गदर्शन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- यह युवाओं को जुड़ाव, ज्ञान साझाकरण और राष्ट्र निर्माण गतिविधियों में भागीदारी को बढ़ावा देकर सशक्त बनाता है।
- इसके माध्यम से युवा लोग संसाधनों, सलाह एवं अवसरों तक पहुँच प्राप्त कर सकते हैं जो देश के विकास में सार्थक योगदान देने की उनकी क्षमता में वृद्धि करेगा।
नेहरु युवा केंद्र संगठन
- स्थापना : वर्ष 1972
- लक्ष्य : युवाओं के व्यक्तित्व का विकास करना और उन्हें राष्ट्र निर्माण गतिविधियों में शामिल करना
राष्ट्रीय युवा नीति-2024
- सरकार ने राष्ट्रीय युवा नीति, 2024 का मसौदा जारी किया है जो पाँच मुख्य क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करती है :
- शिक्षा
- रोजगार
- युवा नेतृत्व
- स्वास्थ्य
- सामाजिक न्याय
- इसके मुख्य बिंदुओं में शामिल हैं :
- वर्ष 2030 तक युवा विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए एक स्पष्ट योजना
- करियर और जीवन कौशल में सुधार के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के साथ संरेखण
- नेतृत्व एवं स्वयंसेवा के अवसरों को मजबूत करना और युवाओं को सशक्त बनाने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करना
- स्वास्थ्य सेवा, विशेष रूप से मानसिक स्वास्थ्य एवं प्रजनन स्वास्थ्य को बढ़ाना और खेल तथा फिटनेस को बढ़ावा देना
- हाशिए पर स्थित युवाओं के लिए सुरक्षा, न्याय व सहायता सुनिश्चित करना
राष्ट्रीय युवा कोर
- प्रारंभ : वर्ष 2010-11
- नोडल मंत्रालय : युवा कार्य एवं खेल मंत्रालय
- उद्देश्य : अनुशासित और समर्पित युवाओं का एक समूह स्थापित करना है जिनमें राष्ट्र निर्माण के कार्य में शामिल होने की इच्छा और भावना हो
राष्ट्रीय युवा नेता कार्यक्रम
- राष्ट्रीय युवा नेता कार्यक्रम युवा व्यक्तियों में नेतृत्व एवं नवाचार को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करता है ताकि वे सामाजिक व आर्थिक विकास में प्रभावी रूप से योगदान दे सकें।
- इस कार्यक्रम का उद्देश्य एक संस्थागत मंच बनाना है जहाँ युवा सामुदायिक विकास एवं सामाजिक कल्याण गतिविधियों पर अपने अनुभव व विचार साझा कर सकें।
राष्ट्रीय युवा पुरस्कार
राष्ट्र निर्माण/सामुदायिक सेवा के क्षेत्र में युवाओं और स्वैच्छिक युवा संगठनों को उनके द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्य के लिए हर साल राष्ट्रीय युवा पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं।
युवा एवं किशोर विकास के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम
- इस योजना के तहत युवा एवं किशोर विकास के लिए गतिविधियों को शुरू करने के लिए सरकारी/गैर-सरकारी संगठनों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
- इसके तहत 5 प्रमुख घटकों के लिए सहायता प्रदान की जाती है :
- युवा नेतृत्व एवं व्यक्तित्व विकास प्रशिक्षण
- राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने वाली गतिविधियाँ, जैसे- राष्ट्रीय एकता शिविर, अंतर-राज्यीय युवा विनिमय कार्यक्रम आदि
- साहसिक गतिविधियों को बढ़ावा देना, जैसे- तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार
- किशोरों का विकास एवं सशक्तीकरण (जीवन कौशल शिक्षा, परामर्श, कैरियर मार्गदर्शन, आदि)
- तकनीकी एवं संसाधन विकास, जैसे- युवा मुद्दों पर अनुसंधान एवं अध्ययन, दस्तावेज़ीकरण, सेमिनार/कार्यशालाएँ
राष्ट्रीय सेवा योजना
- प्रारंभ : वर्ष 1969 में
- आदर्श वाक्य : स्वयं से पहले आप
- उद्देश्य : सामाजिक जिम्मेदारी, नेतृत्व, नागरिक जुड़ाव एवं राष्ट्रीय एकीकरण को बढ़ावा देना
युवा छात्रावास
- युवा छात्रावास किफायती आवास उपलब्ध कराकर यात्रा एवं अन्वेषण के साथ ही सामाजिक और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देते हैं।
- केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त प्रबंधकों और वार्डन द्वारा इन छात्रावासों की देखभाल की जाती है।