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आर.टी.जी.एस. (RTGS) सुविधा में बदलाव

चर्चा में क्यों?

डिजिटल भुगतान को गति देने के उद्देश्य से भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने 14 दिसम्बर से चौबीसों घंटे और सातों दिन (24*7) रियल-टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (RTGS) के माध्यम से धन हस्तांतरण की अनुमति प्रदान की है।

नए बदलाव

  • आर.टी.जी.एस. की सुविधा ‘दिन के अंत’ और ‘दिन के प्रारम्भ’ की नियत प्रक्रियाओं के मध्य-अंतराल को छोड़कर चौबीसों घंटे ग्राहक और अंतर-बैंक लेन-देन के लिये उपलब्ध होगी।
  • आर.टी.जी.एस. की सुविधा को समय-समय पर संशोधित आर.टी.जी.एस. प्रणाली विनियम, 2013 द्वारा शासित किया जाता रहेगा।
  • सामान्य बैंकिंग अवधि के बाद किये जाने वाले आर.टी.जी.एस. लेनदेन के ‘स्ट्रैट थ्रू प्रोसेसिंग’ (STP) मोड़ के प्रयोग से स्वचालित होने की उम्मीद है।
  • आर.टी.जी.एस. प्रणाली का प्रयोग मुख्यत: बड़े मूल्य के लेनदेन के लिये किया जाता है। यह एक वास्तविक समय आधारित लेनदेन प्रणाली है। आर.टी.जी.एस. के माध्यम से प्रेषित की जाने वाली न्यूनतम राशि ₹ 2,00,000 है और इसकी कोई ऊपरी या अधिकतम सीमा नहीं है।

पूर्ववर्ती सुविधा

  • उल्लेखनीय है कि वर्तमान में ग्राहकों के लिये आर.टी.जी.एस. लेन-देन की सुविधा प्रत्येक महीने के दूसरे और चौथे शनिवार को छोड़कर सप्ताह के सभी कार्य दिवसों में सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक उपलब्ध है।
  • साथ ही, आर.बी.आई. ने जुलाई 2019 से आर.टी.जी.एस के माध्यम से होने वाले लेन-देन पर शुल्क लगाना बंद कर दिया है।
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