आयोजन :नई दिल्ली स्थित भारत मंडपम में 4 से 9 जनवरी तक
थीम :‘विकसित भारत 2047 के लिए एक प्रतिस्कंदी ग्रामीण भारत का निर्माण’ (Building a Resilient Rural India for a Viksit Bharat 2047)
आदर्श वाक्य : ‘गांव बढ़े, तो देश बढ़े’
आयोजन सहयोग : वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग (DFS) और राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) की एक पहल
उद्देश्य :
ग्रामीण भारत की उद्यमशीलता की भावना और सांस्कृतिक विरासत का उत्सव मनाना
ग्रामीण बुनियादी ढांचे को बढ़ाना, आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था का निर्माण करना और ग्रामीण समुदायों के भीतर नवाचार को बढ़ावा देना
वित्तीय समावेशन को संबोधित करके और टिकाऊ कृषि प्रथाओं का समर्थन करके उत्तर-पूर्व भारत पर विशेष ध्यान देने के साथ ग्रामीण आबादी के बीच आर्थिक स्थिरता एवं वित्तीय सुरक्षा को बढ़ावा देना
फोकस क्षेत्र :
उद्यमिता के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाना
सहयोगात्मक एवं सामूहिक ग्रामीण बदलाव के लिए रोडमैप बनाने के उद्देश्य से सरकारी अधिकारियों, विचारकों, ग्रामीण उद्यमियों, कारीगरों व विविध क्षेत्रों के हितधारकों को एक साथ लाना
ग्रामीण आजीविका में वृद्धि के लिए प्रौद्योगिकी एवं नवीन प्रथाओं का लाभ उठाने के बारे में चर्चा को प्रोत्साहित करना
जीवंत प्रदर्शनों एवं प्रदर्शनियों के माध्यम से भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करना