प्रारंभिक परीक्षा- समसामयिकी, समृद्ध सीमा योजना, कुंडियन, पतरू मुख्य परीक्षा- सामान्य अध्ययन, पेपर- 1 और 3 |
संदर्भ-
- यह सीमावर्ती गांवों के विकास के लिए केंद्र सरकार द्वारा प्रारंभ की गई एक योजना है।
मुख्य बिंदु-
- कश्मीर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (KPDCL) के इलेक्ट्रिक डिवीजन कुपवाड़ा ने इस योजना के तहत 250 केवी (33 केवी/440 वोल्ट) के दो सबस्टेशन तैयार किए हैं।
- कश्मीर के मंडलायुक्त विजय कुमार बिधूड़ी ने 3 जनवरी, 2024 को इनका उद्घाटन किया।
- इन सबस्टेशनों द्वारा उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा के पास स्थित कुंडियन और पतरू गांवों को बिजली मिली।
- दोनों गांवों को आजादी के बाद पहली बार ग्रिड कनेक्टिविटी के माध्यम से बिजली की आपूर्ति हुई।
- अभी तक इन गांवों को डीजल जनरेटर सेट के माध्यम से बिजली मिल रही थी।
- स्थानीय लोग लंबे समय से ग्रिड कनेक्टिविटी की मांग कर रहे थे।
- स्थानीय भौगोलिक परिस्थितियों के कारण ग्रिड कनेक्टिविटी के लिए आवश्यक ढांचा तैयार करना बहुत कठिन कार्य था।
- वर्ष, 2024 के अंत तक केरन के सभी गांवों को बीएसएनएल मोबाइल नेटवर्क भी मिल जाएगा।
प्रभाव-
इन गावों के सामाजिक- आर्थिक विकास में तीव्रता आएगी।
- कई छात्रों की पढ़ाई 10वीं तक पहुंचते- पहुंचते छूट जाती थी।
- जो बच्चे समर्थ परिवारों से होते थे, उनके परिजन उन्हें पढ़ने के लिए शहरों में भेज देते थे।
- इस क्षेत्र में पर्यटन के विकास की बहुत संभावना है।
- बिजली की सीमित आपूर्ति के कारण पर्यटकों के लिए मूलभूत सुविधाएं जुटाना मुश्किल था।
- अब यहाँ पिछड़ापन भी दूर होगा।
प्रारंभिक परीक्षा के लिए प्रश्न-
प्रश्न- समृद्ध सीमा योजना के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- हाल ही में KPDCL ने इस योजना के तहत 250 केवी (33 केवी/440 वोल्ट) के दो सबस्टेशन तैयार किए हैं।
- इन सबस्टेशनों का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया।
नीचे दिए गए कूट की सहायता से सही उत्तर का चयन कीजिए।
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1 और न ही 2
उत्तर- (a)
मुख्य परीक्षा के लिए प्रश्न-
प्रश्न- सीमावर्ती क्षेत्रों के विकास में समृद्ध सीमा योजना के योगदान की विवेचना करें।
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