स्विटजरलैंड में 'डेथ या सुसाइड कैप्सूल' पर प्रतिबंध लगा दिया गया है जिसे आत्महत्या में सहायता करने के लिए डिजाइन किया गया था। इसे ‘सरको पॉड’ (Sarco Pod) या ‘सार्को सुसाइड पॉड’ नाम दिया गया है।
कुछ ही समय बाद पहली बार इसका प्रयोग किया जाना था। ‘सरको पॉड्स’ के उपयोग में यदि कोई व्यक्ति किसी भी प्रकार की सहायता करता हुआ पाया जाता है तो उसे लगभग पांच वर्ष की कारावास की सजा हो सकती है।
कैप्सूल की कार्यविधि
‘सरको’ नामक यह मशीन ‘सरकोफेगस’ (Sarcophagus) का संक्षिप्त रूप है। इस मशीन को ‘टेस्ला ऑफ यूथेनेशिया’ (इच्छामृत्यु का टेस्ला) कहा जा रहा है।
इसका निर्माण ‘एक्ज़िट स्विट्जरलैंड’ नामक कंपनी ने किया है।
इसे मूलत: इच्छामृत्यु के मरीज़ों को दर्द रहित मौत में सहायता के लिए डिजाइन किया गया है। इसके अंदर बैठे इच्छामृत्यु के मरीज़ों की मृत्यु एक बटन दबाने से तुरंत हो जाती है।
सरको में चढ़ते समय ऑक्सीजन का स्तर 21% होता है और बटन दबाने के बाद 30 सेकंड में ऑक्सीजन का स्तर 1% से भी कम हो जाता है।
इस मशीन (पॉड) में नाइट्रोजन भरा होता है जिसकी संतृप्ति के कारण व्यक्ति ऑक्सीजन की कमी से बेहोश हो जाता है। इसमें जहर या इंजेक्शन की आवश्यकता नहीं होती है।
‘सरको’ बायोडिग्रेडेबल सामग्रियों से बना होता है, इसलिए इसका प्रयोग ताबूत के रूप में भी किया जा सकता है।