चर्चा में क्यों?
महिला उद्यमियों को अपने कारोबार का विस्तार करने में सहायता के लिए भारतीय स्टेट बैंक ने 'एसबीआई अस्मिता' लॉन्च किया है।

एसबीआई अस्मिता:
- यह एक डिजिटल, संपार्श्विक-मुक्त एसएमई ऋण उत्पाद है।
- यह योजना महिला उद्यमियों को प्रोत्साहित करने और उनके व्यवसायों को बढ़ावा देने में मदद करती है।
- इसका उद्देश्य महिला उद्यमियों को अपने व्यवसायों को बढ़ाने और आर्थिक रूप से स्वतंत्र होने में मदद करना है।
- विशेषताएँ:
- बिना गारंटी के ऋण उपलब्ध
- सामान्य ऋणों की तुलना में ब्याज दरें कम
- एसबीआई अस्मिता के माध्यम से यूजर के GSTIN, बैंक स्टेटमेंट, क्रेडिट इनफार्मेशन कंपनी (CIC) डेटा बेस आदि जैसे डेटा फुटप्रिंट्स को खुद प्राप्त किया जा सकता है और वेरीफाई किया जा सकता है।
- इससे फिजिकल वेरिफिकेशन की बाध्यता लगभग खत्म हो जाएगी।
- एसबीआई उन शीर्ष महिला उद्यमियों की पहचान करेगा जो 'एसबीआई अस्मिता' ऋण का लाभ उठाएंगी।
- इन महिलाओं को उद्यमिता और प्रबंधन का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
- एसबीआई द्वारा 'नारी शक्ति' प्लैटिनम डेबिट कार्ड भी लॉन्च किया गया है।
- यह कार्ड 100% रिसाइकिल प्लास्टिक से बना है।
भारतीय स्टेट बैंक (SBI):
- यह भारत का सबसे बड़ा सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक है।
- यह देश के सबसे पुराने और विश्वसनीय बैंकों में से एक है।
- इसकी स्थापना 1806 में 'बैंक ऑफ कलकत्ता' के रूप में हुई थी।
- वर्ष 1955 में, इसका राष्ट्रीयकरण हुआ और इसे 'भारतीय स्टेट बैंक' नाम दिया गया।
- मुख्यालय: मुंबई, महाराष्ट्र
- स्वामित्व: भारत सरकार
प्रश्न. 'एसबीआई अस्मिता' किस उद्देश्य के लिए शुरू किया गया है?
(a) ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग सेवाएं बढ़ाने के लिए
(b) वरिष्ठ नागरिकों को ऋण प्रदान करने के लिए
(c) महिला उद्यमियों को उनके कारोबार का विस्तार करने में सहायता के लिए
(d) कृषि ऋण के लिए
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