चर्चा में क्यों
संस्कृति मंत्रालय ने ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ कार्यक्रम के तहत ‘विज्ञान सर्वत्र पूज्यते’ उत्सव मनाने की शुरुआत की है। यह आयोजन साप्ताहिक रूप से 22 से 28 फरवरी तक किया जाएगा।
प्रमुख बिंदु
- विदित है कि 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस (डॉ. सी.वी. रमन द्वारा रमन प्रभाव की खोज) के रूप में मनाया जाता है। इस आधार पर इसे ‘विज्ञान सर्वत्र पूज्यते’ उत्सव के रूप में मनाया जा रहा है।
- संस्कृति मंत्रालय की एक स्वायत्त समिति ‘राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद्’ इस आयोजन की महत्त्वपूर्ण भागीदार है।
- यह कार्यक्रम कश्मीरी, डोगरी, पंजाबी, गुजराती, मराठी, कन्नड़, मलयालम, तमिल, तेलुगु, उड़िया, बंगाली, असमिया, नेपाली, मैथिली और मणिपुर सहित विभिन्न भारतीय भाषाओं में आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम के दौरान भारत में वैज्ञानिक विकास/उपलब्धियों पर 75 फिल्मों का प्रदर्शन भी किया जा रहा है।
- यह कार्यक्रम दिल्ली के अलावा लेह और श्रीनगर से लेकर पोर्ट ब्लेयर तथा दक्षिण में लक्षद्वीप में कवरत्ती द्वीप समूह तक, पश्चिम में अहमदाबाद और दमन से पूर्व में ईटानगर, कोहिमा और आइजोल तक देश भर में 75 स्थानों पर आयोजित किया गया है।
- यह कार्यक्रम अमृत महोत्सव के अंतर्गत कई मंत्रालयों, विभागों, क्षेत्रीय हितधारकों और जनसाधारण को एक मंच पर लाने का अद्वितीय उदाहरण है।