प्रारंभिक परीक्षा के लिए - पनडुब्बी वागीर, प्रोजेक्ट 75 मुख्य परीक्षा के लिए : सामान्य अध्ययन प्रश्नप्रत्र 3- रक्षा प्रौद्योगिकी
संदर्भ
हाल ही में, मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (एमडीएल) मुंबई द्वारा स्कॉर्पीन श्रेणी की पांचवीं पनडुब्बी वागीर नौसेना को सौंप दी गई।
इस पनडुब्बी को जनवरी 2023 में सेवा में शामिल किया जाना है।
वागीर द्वारा, हथियार और सेंसर परीक्षणों सहित सभी बड़े परीक्षणों को पूरा कर लिया गया है।
नौसेना के पास वर्तमान में 15 पारंपरिक और एक परमाणु पनडुब्बी सेवा में है।
इसमें सात रूसी वर्ग की पनडुब्बी, चार जर्मन एचडीडब्ल्यू पनडुब्बी, चार स्कॉर्पीन श्रेणी की पनडुब्बी और स्वदेशी परमाणु बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बी आईएनएस अरिहंत शामिल हैं।
वागीर
वागीर को नवंबर, 2020 में लॉन्च किया गया था और फरवरी, 2022 में इसका समुद्री परीक्षण शुरू किया गया था।
वागीर का नाम एक शिकारी समुद्री प्रजाति सैंड फिश के नाम पर रखा गया है।
इस पनडुब्बी में पानी के नीचे या सतह पर टारपीडो के साथ-साथ ट्यूब-लॉन्च एंटी-शिप मिसाइलों के साथ दुश्मन पर हमला करने की क्षमता है।
इसमें उन्नत ध्वनिक अवशोषण तकनीकों की तरह बेहतर स्टील्थ विशेषताएं हैं।
यह बेहद कम आवाज करती है साथ ही छिपकर दुश्मन पर गाइडेड हथियारों के जरिए घातक आक्रमण करने में सक्षम है।
वागीर का इस्तेमाल एंटी सरफेस, एंटी सबमरीन, सूचनाएं इकठ्ठी करने, समुद्री सुरंग बिछाने के लिए भी किया जा सकता है।
इसकी गति पानी के ऊपर करीब 20 किलोमीटर प्रतिघंटा और पानी के अंदर 37 किलोमीटर प्रतिघंटा है।
यह 15 से 30 हजार किलोमीटर से अधिक की दूरी तय कर सकती है तथा लगातार 50 दिनों तक पानी के अंदर रह सकती है।
प्रोजेक्ट 75
प्रोजेक्ट-75 के अंतर्गत स्कॉर्पीन डिजाइन की छह पनडुब्बियों का स्वदेशी रूप से निर्माण शामिल है।
प्रोजेक्ट 75 के तहत निर्मित पनडुब्बियां हथियारों, आधुनिक सेंसरों, ईंधन सेल पर आधारित एक एयर इंडिपेंडेंट प्रोपल्शन प्लांट तथा आधुनिक मिसाइलों से सुसज्जित होंगी।
इन पनडुब्बियों का निर्माण मैसर्स नेवल ग्रुप, फ्रांस के सहयोग से मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (एमडीएल) मुंबई द्वारा किया जा रहा है।
प्रोजेक्ट-75 के तहत, पहली पनडुब्बी INS कलवरी को दिसंबर 2017 में, दूसरी पनडुब्बी INS खंडेरी को सितंबर 2019 में, तीसरी पनडुब्बी INS करंज को मार्च 2021 में और चौथी INS वेला को नवंबर 2021 में सेवा में शामिल कर लिया गया है।
स्कॉर्पीन श्रेणी की पनडुब्बियों में से छठी और अंतिम, वाग्शीर को अप्रैल 2022 में लॉन्च किया गया।