नीति आयोग ने एस.डी.जी. इंडिया इंडेक्स का चौथा संस्करण जारी किया। इस वर्ष भारत का समग्र एस.डी.जी. स्कोर वर्ष 2020-21 में 66 अंकों से बढ़कर वर्ष 2023-24 में 71 अंक हो गया। यह गरीबी उन्मूलन, आर्थिक विकास एवं जलवायु कार्रवाई में हुई प्रगति को दर्शाता है।
एसडीजी इंडिया इंडेक्स के बारे में
- क्या है : संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) पर राष्ट्रीय एवं उप-राष्ट्रीय प्रगति को मापने का प्रमुख उपकरण
- प्रथम संस्करण : वर्ष 2018 में
- कार्यविधि : सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) को प्राप्त करने में राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों के प्रदर्शन का आकलन करके
- गणनाविधि : प्रत्येक राज्य एवं केंद्रशासित प्रदेश के लिए एस.डी.जी. पर लक्ष्यवार स्कोर की गणना
- ये स्कोर 0-100 के बीच होते हैं जहां 100 शीर्ष प्रगति का संकेतक है।
एस.डी.जी. इंडिया इंडेक्स : 2023-24 के प्रमुख निष्कर्ष
- सभी राज्यों के समग्र प्रदर्शन में सुधार हुआ है।
- केरल एवं उत्तराखंड सतत विकास लक्ष्य प्राप्त करने में 79 अंकों के साथ संयुक्त रूप से शीर्ष पर हैं। तमिलनाडु (78) द्वितीय एवं गोवा (77) तृतीय स्थान पर है।
- सूचकांक में सबसे खराब प्रदर्शन के साथ बिहार (57) सबसे निचले पायदान पर है। इसके बाद झारखंड (62) एवं नागालैंड (63) का स्थान है।
- केंद्रशासित प्रदेशों में चंडीगढ़, जम्मू एवं कश्मीर, पुडुचेरी, अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह और दिल्ली शीर्ष पांच प्रदर्शनकर्ता रहे।
- वर्ष 2018 से 2023-24 के मध्य सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाले राज्यों में उत्तर प्रदेश समग्र स्कोर में 25 की वृद्धि के साथ शीर्ष स्थान पर रहा।
- इस सूचकांक के अनुसार, लक्ष्य 1 (गरीबी उन्मूलन), लक्ष्य 8 (समुचित निर्माण कार्य और आर्थिक विकास), लक्ष्य 13 (जलवायु के अनुकूल कार्रवाई) और लक्ष्य 15 (भूमि पर जीवन) में उल्लेखनीय प्रगति हुई है।