(प्रारंभिक परीक्षा : भारतीय राज्यतंत्र और शासन- सांविधिक, विनियामक एवं विभिन्न अर्द्ध-न्यायिक निकाय) |
गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (The Serious Fraud Investigation Office : SFIO) ने पिछले तीन वित्तीय वर्षों में 82 जांच रिपोर्ट सौंपी हैं।
![](https://www.sanskritiias.com/uploaded_files/images/THE_SERIOUS_FRAUD_INVESTIGATION_OFFICE.jpg)
गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय के बारे में
- परिचय : कॉर्पोरेट धोखाधड़ी की जाँच से संबंधित वैधानिक एजेंसी
- स्थापना : कॉरपोरेट गवर्नेंस पर नरेश चंद्र समिति की सिफारिश के आधार पर कार्यकारी आदेश द्वारा वर्ष 2003 में स्थापित
- बाद मे कंपनी अधिनियम 2013 के तहत वैधानिक दर्जा प्रदान किया गया।
- मुख्यालय : नई दिल्ली
- अन्य क्षेत्रीय कार्यालय : हैदराबाद, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई
- नोडल मंत्रालय : कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय
- संगठन की प्रकृति : यह एक बहु-विषयक संगठन है जिसमें अकाउंटेंसी, फोरेंसिक ऑडिटिंग, बैंकिंग, कानून, सूचना प्रौद्योगिकी, जांच, कंपनी कानून, पूंजी बाजार एवं कराधान आदि के क्षेत्र के विशेषज्ञ शामिल हैं जो सफेदपोश अपराधों/धोखाधड़ी का पता लगाने और उन पर मुकदमा चलाने की सिफारिश करते हैं।
- जांच प्रक्रिया : निम्नलिखित मामलों मे किसी कंपनी के मामलों की जांच SFIO को सौंपी जाती है-
- कंपनी अधिनियम, 2013 की धारा 208 के अंतर्गत रजिस्ट्रार या निरीक्षक की रिपोर्ट प्राप्त होने पर
- किसी कंपनी द्वारा पारित विशेष प्रस्ताव की सूचना पर
- सार्वजनिक हित में या केंद्र सरकार या राज्य सरकार के किसी विभाग के अनुरोध पर