चर्चा में क्यों
हाल ही में, रायसीना संवाद के सातवें संस्करण का आयोजन नई दिल्ली में संपन्न हुआ।
- थीम (2022): ‘टेरा नोवा: आंदोलित, अधीर और जोख़िमपूर्ण’ (Terranova: Impassioned, Impatient, Imperilled)।
- आयोजन: ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन और विदेश मंत्रालय , भारत सरकार के संयुक्त प्रयास से।
- संवाद की मुख्य अतिथि: यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन।
- संवाद के छह स्तंभ-
- लोकतंत्र पर पुनर्विचार: व्यापार, तकनीक और विचारधारा
- बहुपक्षवाद का अंत: एक नेटवर्क वाली वैश्विक व्यवस्था
- वाटर कॉकस: इंडो-पैसिफिक में अशांत ज्वार
- समुदाय इनकार्पोरेशन: स्वास्थ्य, विकास और ग्रह के प्रति जिम्मेदारी
- हरित बदलाव प्राप्त करना: सामान्य अनिवार्यता, वास्तविकताओं को अलग करना
- सैमसन बनाम गोलियत: लगातार और अनवरत तकनीकी युद्ध
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रायसीना संवाद
- रायसीना संवाद भू-राजनीति और भू-अर्थशास्त्र पर वैश्विक समुदाय के समक्ष आए चुनौतीपूर्ण मुद्दों को संबोधित करने वाला एक वार्षिक सम्मेलन है।
- विदित है कि विदेश मंत्रालय रायसीना पहाड़ी पर स्थित है, इसका नाम इसी पहाड़ी से लिया गया है।
- यह एक बहु-हितधारक, क्रॉस-क्षेत्रीय बैठक है, जिसमें देशों के राष्ट्राध्यक्ष, मंत्री, नीति-निर्माता, स्थानीय अधिकारी, मीडिया से जुड़े व्यक्ति, शिक्षाविद् और शोधकर्ता शामिल होते हैं।
- ध्यातव्य है कि वर्ष 2022 की थीम में प्रयुक्त शब्द ‘टेरा नोवा’ से आशय कोविड-19 के बाद की नई और अपरिचित दुनिया से है।
- विदित है कि वर्ष 2016 में पहला रायसीना संवाद आयोजित किया गया था, जिसकी थीम ‘एशिया: क्षेत्रीय और वैश्विक कनेक्टिविटी’ थी।
महत्त्व
- संवाद एक वैश्विक व्यवस्था की ओर बढ़ने के तरीके खोजने में मदद करता है जो समावेशी और नियम-आधारित है।
- यह उभरती वैश्विक वास्तविकताओं को परिभाषित करने वाले बड़े विचारों पर चर्चा करने के अवसर के रूप में कार्य करता है।