हाल ही में उत्तरखंड पर्यटन विभाग द्वारा साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पिथौरागढ़ के सिन-ला दर्रा और उत्तरकाशी के सरूताल बुग्याल को ‘ट्रेक आफ द ईयर’ घोषित किया गया।
सिन-ला दर्रा के बारे में
- यह उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के पूर्वी कुमाऊं हिमालय में 5495 मीटर की ऊंचाई पर स्थित एक पर्वतीय दर्रा है।
- यह दर्रा दारमा घाटी में बिदांग को कुथी यांकती घाटी में जोलिंगकोंग झील से जोड़ता है।
- यह ट्रेक लगभग 35 किलोमीटर का है, बर्फ से ढके इस क्षेत्र में पार्वती कुंड, गौरी कुंड, आदि कैलास, ऊं पर्वत और पंचाचूली बेस कैंप जैसे दर्शनीय स्थल हैं।
- यह दर्रा तिब्बत के भोटिया लोगों के लिए प्राचीन व्यापार मार्ग का हिस्सा था।
सरूताल बुग्याल के बारे में
- यह बुग्याल उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित एक उच्च हिमालीय घास का मैदान है।
- यह गोविंद वन्यजीव विहार में 3,900 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, जहां बुग्यालों के बीच सरूताल झील है, जो चारों ओर से चोटियों से घिरी हुई है।
- यहाँ से स्वर्गारोहिणी, बंदरपूंछ, काली चोटी सहित अन्य बर्फीली पर्वत श्रृंखलाएं दिखाई देती है।
- इससे पहले यहाँ की चाईंशील बुग्याल, हरकीदून, दयारा बुग्याल व देवक्यारा को ट्रेक आफ द ईयर घोषित जा चुका है।
इसे भी जानिए
बुग्याल
- ये हिमालय क्षेत्र में समुद्र तल से 3,300 से 4,000 मीटर की ऊंचाई पर पाए जाने वाले अल्पाइन घास के मैदान या चारागाह भूमि हैं।
- बुग्याल हिम रेखा और वृक्ष रेखा के बीच का घास के क्षेत्र होते हैं।
- इन्हें हिमालयी अल्पाइन घास के मैदान या “प्रकृति का अपना उद्यान” भी कहा जाता है।
- वे पौधों और जानवरों की कई स्थानिक प्रजातियों का घर हैं और उन्हें हिमालयी जैव विविधता का केंद्र माना जाता है।
|