साइबर सुरक्षा फर्म प्रोमोन (Promon) ने एंड्रॉयड उपयोगकर्ताओं को निशाना बनाने वाले और बैंकिंग जानकारी (Credentials) चुराने वाले एक नये मैलवेयर 'स्नोब्लाइंड' की पहचान की है। प्रोमोन सुरक्षा फर्म के अनुसार स्नोब्लाइंड मुख्यत: दक्षिण-पूर्व एशिया में सक्रिय है।
स्नोब्लाइंड मैलवेयर के बारे में
- स्नोब्लाइंड मैलवेयर बैंकिंग जानकारी चुराने के लिए एंड्रॉयड डिवाइस को निशाना बनाता है और बैंकिंग लॉगिन जानकारी लेकर अनधिकृत लेनदेन कर सकता है।
- प्राय: वैध दिखने वाले दुर्भावनापूर्ण (Malicious) ऐप को डाउनलोड करने से यह वायरस प्रवेश करता है।
- यह मैलवेयर पहचान से बचने के लिए ऐप को फिर से पैकेज करता है और संवेदनशील जानकारी चुराने तथा ऐप को नियंत्रित करने के लिए एक्सेसिबिलिटी सुविधाओं का दुरुपयोग करता है।
स्नोब्लाइंड मैलवेयर एवं सिक्योर कंप्यूटिंग
- अन्य एंड्रॉयड मैलवेयर के विपरीत स्नोब्लाइंड 'सिकंप' (Seccomp) नामक सुविधा का लाभ उठाता है, जिसका आशय है 'सिक्योर कंप्यूटिंग’।
- यह अंतर्निहित लिनक्स कर्नेल एवं एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम का हिस्सा है।
- इसका इस्तेमाल छेड़छाड़ के संकेतों के लिए एप्लीकेशन की जाँच करने के उद्देश्य से किया जाता है।
- स्नोब्लाइंड बायोमेट्रिक एवं टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन को भी निष्क्रिय कर सकता है।
- इन दोनों सुरक्षा विशेषताओं का इस्तेमाल प्राय: बैंकिंग ऐप द्वारा अनधिकृत पहुंच को रोकने के लिए किया जाता है।