चर्चा में क्यों
हाल ही में, वैज्ञानिकों ने नैनो-सामग्री का उपयोग करके सोडियम-आयन आधारित बैटरियों और सुपरकैपेसिटरों का विकास किया है।
प्रमुख बिंदु
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर के भौतिकी विभाग के प्रोफेसर डॉ. अमरीश चंद्र ने सोडियम-आयन बैटरी को ई-साइकिल में एकीकृत किया है। ई-साइकिल में प्रयुक्त इन बैटरियों को तेजी से चार्ज किया जा सकता है।
- सोडियम की उच्च प्राकृतिक प्रचुरता एवं कम लागत के कारण सोडियम-आयन बैटरियों को लिथियम-आयन बैटरी के संभावित विकल्प के रूप में देखा जा रहा है।
- इन बैटरियों को कैपेसिटर के समान शून्य वोल्ट तक पूरी तरह से डिस्चार्ज किया जा सकता है, जिसके कारण यह अन्य बैटरी भंडारण तकनीकों की तुलना में सुरक्षित होती हैं।
- इन बैटरियों के निपटान की रणनीति सरल होगी, जिससे यह जलवायु को होने वाले नुकसान को कम करने में भी मदद कर सकती है।