चर्चा में क्यों?
नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने यह स्पष्ट किया है की ग्रिड से जुड़ी घर की छत पर सौर संयंत्र (रूफटॉप सोलर) योजना के तहत सोलर पैनल स्थापित करने के लिये लाभार्थी किसी भी विक्रेता से रूफ टॉप लगवा सकते है, न कि केवल सूचीबद्ध विक्रेताओं से।
मुख्य बिंदु
- इस योजना के तहत रूफ टॉप पहले केवल सूचीबद्ध विक्रेताओं से ही लगवाया जा सकता था। अत: यह कदम इस योजना के वितरण को सरल बनाने के लिये महत्त्वपूर्ण है।
- वर्तमान में इस योजना के चरण-II का कार्यान्वयन ‘ग्रिड-कनेक्टेड रूफटॉप सोलर स्कीम’ के रूप में किया जा रहा है। इसका लक्ष्य वर्ष 2022 तक रूफटॉप सोलर परियोजनाओं के माध्यम से 40,000 मेगावाट की संचयी क्षमता प्राप्त करना है। यह योजना राज्यों में विद्युत् वितरण कंपनियों (DISCOMs) द्वारा लागू की जा रही है।
- इस योजना के तहत 3 किलोवाट के लिये 40% सब्सिडी और 3 किलोवाट से अधिक तथा 10 किलोवाट तक की सौर पैनल क्षमता के लिये 20% सब्सिडी प्रदान की जा रही है।
कार्यक्रम का उद्देश्य
- जीवाश्म ईंधन आधारित बिजली उत्पादन पर निर्भरता को कम करना और पर्यावरण अनुकूल सौर विद्युत् उत्पादन को प्रोत्साहित करना।
- निजी क्षेत्र, राज्य सरकार और व्यक्तियों द्वारा सौर ऊर्जा क्षेत्र में निवेश के लिये एक सक्षम वातावरण का निर्माण करना।
- छत के साथ-साथ छोटे संयंत्रों से ग्रिड तक सौर ऊर्जा की आपूर्ति को आसान बनाना।
- आवासीय, सामुदायिक, संस्थागत, औद्योगिक और वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों में विद्युत् उत्पादन संयंत्रों को बढ़ावा देना।
- अभी तक ग्रिड से नहीं जुड़े हुए क्षेत्रों में विद्युत् क्षमता प्रदान करना।