प्रारंभिक परीक्षा- समसामयिकी, वैश्विक जलवायु की स्थिति रिपोर्ट, 2023, विश्व मौसम विज्ञान संगठन मुख्य परीक्षा- सामान्य अध्ययन, पेपर- 3, पर्यावरण प्रभाव का आकलन |
संदर्भ:
- 19 मार्च, 2024 को विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) ने अपनी वार्षिक ‘वैश्विक जलवायु की स्थिति रिपोर्ट, 2023’ (State of the Climate report, 2023) जारी की।
- इसमें कहा गया कि वर्ष 2023 अभी तक का सबसे गर्म वर्ष रहा।
मुख्य बिंदु:
- इस रिपोर्ट को विश्व मौसम विज्ञान दिवस से पहले जारी किया गया है, जिसे प्रत्येक वर्ष 23 मार्च को मनाया जाता है।
- रिपोर्ट के अनुसार जलवायु प्रणाली के अनेक संकेतकों के कई रिकार्ड टूटे; जैसे-
- ग्रीनहाउस गैस (GHG) का स्तर
- सतह का तापमान
- महासागरीय तापमान
- समुद्र के स्तर में वृद्धि
- अंटार्कटिक समुद्री-बर्फ के क्षेत्रफल में कमी
- ग्लेशियर का पिघलना
ग्रीनहाउस गैसें:
- GHG की वातावरण में अभूतपूर्व वृद्धि पृथ्वी के तेजी से गर्म होने का मुख्य कारण रहा।
- कार्बन डाइऑक्साइड, मीथेन और नाइट्रस ऑक्साइड जैसी GHG गैसें ग्लोबल वार्मिंग में अधिक योगदान करती हैं।
- WMO रिपोर्ट के अनुसार, इन GHG गैसों की सांद्रता वर्ष 2022 में रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गई है।
- (a), (b) और (c) में विश्व स्तर पर मासिक औसत मोल अंश (वायुमंडलीय सांद्रता का माप)
- (d), (e), और (f) में विश्व स्तर पर वार्षिक औसत मोल अंश
सतह का तापमान:
- वर्ष 2023 में वैश्विक स्तर पर सतह का तापमान वर्ष 1850-1900 के औसत से 1.45 ± 0.12 डिग्री सेल्सियस अधिक था।
- वातावरण में GHG की सांद्रता में वृद्धि वैश्विक तापमान को बढ़ाने का प्राथमिक कारण है, किंतु वर्ष 2023 में अल नीनो के आगमन ने भी तापमान वृद्धि में योगदान दिया।
- अल नीनो भूमध्य रेखा के पास प्रशांत महासागर के सतह पर पानी के तापमान में असामान्य वृद्धि को प्रदर्शित करता है।
- इससे तापमान में वृद्धि की संभावना बढ़ गई और दुनिया के कई हिस्सों एवं समुद्र में अधिक गर्मी बढ़ी।
महासागरीय तापमान:
- महासागरों ने वर्ष 1971 के बाद से GHG द्वारा उत्पन्न अतिरिक्त वार्मिंग का लगभग 90% अवशोषित किया है;
- अतः महासागर लगातार गर्म हो रहे हैं और उनके तापमान में वृद्धि हो गई है।
- रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2023 में महासागर ऊष्मीय तत्वों (ocean heat content- OHC) की वृद्धि 65 वर्षों के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई।
- महासागरों द्वारा संग्रहीत कुल ऊष्मा की मात्रा को OHC कहा जाता है।
समुद्री हीट वेव:
- रिपोर्ट के अनुसार, तापमान में वृद्धि के कारण वर्ष 2023 में पृथ्वी पर स्थित वैश्विक महासागरों का दैनिक समुद्री हीटवेव (MHW) 32% देखा गया, जो वर्ष 2016 में रिकार्ड किए गए 23% MHW से ऊपर है।
- जब समुद्र के किसी विशेष क्षेत्र की सतह का तापमान कम से कम पांच दिनों के लिए औसत तापमान से 3 या 4 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ जाता है, तो उस स्थिति को MHW कहा जाता है ।
अंटार्कटिक समुद्री-बर्फ का क्षेत्रफल:
- फरवरी, 2023 में अंटार्कटिक समुद्री-बर्फ के क्षेत्रफल में 1.79 मिलियन किमी2 तक की गिरावट दर्ज की गई;
- यह वर्ष 1979 के बाद से सर्वाधिक है।
- वर्ष 1979 से ही इस क्षेत्र का उपग्रहों द्वारा अवलोकन प्रारंभ हुआ।
- जून-नवंबर, 2023 के दौरान यह क्षेत्रफल रिकॉर्ड स्तर पर नीचे रहा।
- सितंबर, 2023 में इसका वार्षिक अधिकतम क्षेत्रफल 16.96 मिलियन किमी2 था, जो वर्ष 1991-2020 के औसत से लगभग 1.5 मिलियन किमी2 कम था।
हिमनद:
- हाइड्रोलॉजिकल वर्ष 2022-2023 में ग्लेशियरों पर बर्फ में बहुत गिरावट दर्ज की गई।
- उत्तरी अमेरिका और यूरोप के ग्लेशियर विशेष रूप से प्रभावित हुए हैं।
- WMO रिपोर्ट के अनुसार, ग्लेशियरों का ‘वार्षिक द्रव्यमान संतुलन’ (annual mass balance) वर्ष 2022-2023 में नए निम्नतम स्तर 1.2 मीटर पानी के समकक्ष (metres of water equivalent (m w.e.) तक कम हो गया।
- ग्लेशियर द्वारा प्राप्त या खोए गए द्रव्यमान की मात्रा को mw.e. में मापा जाता है।
प्रभाव:
- वर्ष 1850-1900 के औसत के सापेक्ष वर्ष 1850-2023 के औसत तापमान की तुलना करने पर पता चलता है कि;
- दुनिया भर में गंभीर रूप से खाद्य असुरक्षित लोगों की संख्या दोगुनी से अधिक हो गई है;
- यह कोविड-19 महामारी से पहले 14.9 करोड़ व्यक्ति से बढ़कर वर्ष 2023 में 33.3 करोड़ व्यक्तियों तक पहुंच गई है।
- इसके लिए केवल मौसम और जलवायु में परिवर्तन इसका मुख्य कारण नहीं हैं, लेकिन वे गंभीर कारक अवश्य हैं।
- वर्ष, 2023 में मौसम संबंधी खतरों के कारण विस्थापन जारी रहा, जिससे पता चलता है कि किस प्रकार जलवायु में परिवर्तन कमजोर लोगों को और कमजोर करता है।
समाधान:
- सर्वाधिक उपयुक्त समाधान नवीकरणीय ऊर्जा के उत्पादन में वृद्धि करना है;
- जो मुख्य रूप से सौर विकिरण, हवा और जल चक्र की गतिशील शक्तियों द्वारा संचालित होती हैं।
- वर्ष 2023 में वर्ष 2022 की तुलना में नवीकरणीय ऊर्जा में लगभग 50% की वृद्धि हुई, जो पिछले दो दशकों में उच्चतम दर है।
विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO):
- WMO मौसम विज्ञान पर संयुक्त राष्ट्र का एक अंतर-सरकारी संगठन है।
- इसका गठन 23 मार्च, 1950 को WMO कन्वेंशन द्वारा किया गया।
- इसके सदस्य देशों की संख्या 192 है।
- भारत इसका सदस्य देश है।
- WMO का मुख्यालय जिनेवा (स्विट्ज़रलैंड) में है।
प्रारंभिक परीक्षा के लिए प्रश्न:
प्रश्न: वैश्विक जलवायु की स्थिति रिपोर्ट, 2023 के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- इसे विश्व मौसम विज्ञान संगठन द्वारा जारी किया गया।
- वर्ष 2023 में वैश्विक स्तर पर पृथ्वी के सतह का तापमान वर्ष 1850-1900 के औसत से 1.45 ± 0.12 डिग्री सेल्सियस अधिक था।
नीचे दिए गए कूट की सहायता से सही उत्तर का चयन कीजिए।
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1 और न ही 2
उत्तर- (c)
मुख्य परीक्षा के लिए प्रश्न:
प्रश्न: विश्व मौसम विज्ञान संगठन द्वारा जारी वैश्विक जलवायु की स्थिति रिपोर्ट, 2023 के प्रमुख संकेतकों को स्पष्ट कीजिए।
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