चर्चा में क्यों?
हाल ही में, नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) ने 'सरकार के स्वामित्व वाले संविदा पर संचालित मॉडल’ (Government Owned Contractor Operated: GOCO) की लेखा परीक्षा रिपोर्ट संसद में प्रस्तुत की।
महत्त्वपूर्ण बिंदु
- भारतीय सेना ने वर्ष 2020 में आधार कार्यशालाओं तथा आयुध डिपो की परिचालन क्षमता में सुधार के लिये उद्योग भागीदारों की पहचान करने के उद्देश्य से ‘गोको मॉडल’ की शुरूआत की थी।
- इसकी शुरुआत युद्धक क्षमता बढ़ाने तथा रक्षा व्यय को संतुलित करने के लिये ‘डी.बी. शेखटकर’ की अध्यक्षता में गठित समिति की सिफारिश के आधार पर की गई थी।
उद्देश्य
- इस मॉडल का उद्देश्य कार्यशालाओं के आधुनिकीकरण के साथ-साथ सेना के कर्मियों को रखरखाव के कार्य से मुक्त करना था।
- गोको मॉडल के आधार पर कुछ आर्मी बेस वर्कशॉप का निगमीकरण करने की भी सिफारिश की गई थी।
- कैग के अनुसार, भारतीय सेना की इस महत्वाकांक्षी योजना को लागू करने की मूल समय-सीमा दिसंबर 2019 में समाप्त हो गई है।