प्रारंभिक परीक्षा- स्टैच्यू ऑफ वननेस, अद्वैतवाद |
संदर्भ-
ओंकारेश्वर में ओंकार पर्वत पर स्थापित आदिगुरु शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची प्रतिमा काअनावरण मुख्यमंत्री चौहान द्वारा किया और अद्वैत धाम की आधार शिला रखी। एकात्मकता की प्रतीक इस प्रतिमा को ‘स्टैच्यू ऑफ वननेस’ का नाम दिया गया है।
प्रमुख बिंदु-
- इसे ‘एकात्मता की प्रतिमा' और ‘समानता की प्रतिमा’ के नाम से भी जाना जाता है।
- इसे 88% कॉपर, 4% जिंक व 8% टिन के मिश्रण से बनाया गया है, जो 11.5 हैक्टेयर भूमि पर स्थापित की गई है।
- इसके शिल्पकार भगवान रामपुरे हैं और इनकी पेंटिंग के चित्रकार वासुदेव कामत हैं (क्योंकि बाल रूप की कोई पेंटिंग उपलब्ध नहीं थी)
- यह मूर्ति उनकी आध्यात्मिक यात्रा के प्रारंभिक वर्षों की प्रतीक है।
आदि शंकराचार्य
- इनका जन्म 11 मई, 788 ईस्वी को कलाडी (कोच्चि, केरल) में हुआ था।
- ये शिव के भक्त थे और इन्होनें सनातन धर्म के प्रचार के लिये भारत के चारों कोनों पर चार मठों की स्थापना की-
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- श्रृंगेरी- श्रृंगेरी शारदा पीठ भारत के दक्षिण में रामेश्वरम् में स्थित है।
- गोवर्धन मठ- यह उड़ीसा के पुरी में है इसका संबंध भगवान जगन्नाथ मंदिर से है।
- द्वारका मठ या शारदा मठ- यह मठ गुजरात में द्वारकाधाम में है।
- ज्योतिर्मठ- उत्तराखण्ड के बद्रिकाश्रम में है
- इन्होंने संस्कृत में वैदिक सिद्धांत (उपनिषद, ब्रह्म सूत्र और भगवद गीता) पर कई टिप्पणियाँ लिखीं थीं
- उन्होंने अद्वैतवाद के सिद्धांत को प्रतिपादित किया था।
अद्वैतवाद
- यह दर्शन जीव (आत्मा) और ब्रह्म को दो अलग-अलग न मानकर एक ही मानता है।
- आत्मा ब्रह्म से अलग नहीं है यानि ब्रह्म ही आत्मा है।
- यह दर्शन संसार को एक भ्रम बताता है सुख-दुःख, सभी कार्य और भावनाएं केवल भ्रम हैं।
ओंकारेश्वर-
- यह जगह शंकराचार्य की ज्ञान, गुरु और संन्यास की भूमि है।
- यहाँ उन्होंने अपने गुरु गोविंद भगवद्पाद के संरक्षण में 4 साल बिताए और गहन शिक्षा प्राप्त की।
प्रश्न- निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिए:
मठ |
स्थान |
1. श्रृंगेरी |
रामेश्वरम् |
2. गोवर्धन मठ |
पुरी |
3. शारदा मठ |
द्वारकाधाम |
4. ज्योतिर्मठ चीन |
बद्रिकाश्रम |
उपर्युक्त युग्मों में से कितने सही सुमेलित हैं?
(a) केवल एक
(b) केवल दो
(c) केवल तीन
(d) सभी चार
उत्तर : (d)
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