प्रारम्भिक परीक्षा – भारत में तेंदुओं की स्थिति रिपोर्ट, 2024 मुख्य परीक्षा - सामान्य अध्ययन, पेपर- 3 (पर्यावरण एवं जैव-विविधता) |
चर्चा में क्यों
पर्यावरण मंत्रालय द्वारा 29 फरवरी, 2024 को तेंदुओं की स्थिति रिपोर्ट, 2024 जारी की गयी।
पर्यावरण मंत्रालय द्वारा जारी वन्यजीव सर्वेक्षण रिपोर्ट:-
- इस रिपोर्ट को राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण और भारतीय वन्य जीव संस्थान द्वारा, राज्य वन विभागों के सहयोग से तैयार किया गया है।
- इस रिपोर्ट के अनुसार, भारत में तेंदुओं की संख्या में वर्ष 2018 से वर्ष 2022 के मध्य 8% की वृद्धि हुई है।
- भारत में तेंदुओं की संख्या 2018 में 12,852 से बढ़कर 2022 में 13,874 हो गई है।
- मध्य प्रदेश (3,907) में तेंदुओं की सबसे अधिक संख्या दर्ज की गई।
1,000 से अधिक तेंदुओं की संख्या वाले राज्य:-
- मध्य प्रदेश (3,907)
- महाराष्ट्र (1,985)
- कर्नाटक (1,879)
- तमिलनाडु (1,070)
रिपोर्ट से संबंधित प्रमुख तथ्य :-
- यह सर्वेक्षण भारत के 20 राज्यों में किया गया।
- इसमें भारत के लगभग 70% बाघ अभयारण्य और संरक्षित वन क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
- इस रिपोर्ट के अनुसार, भारत में वर्ष 2018 से वर्ष 2022 के दौरान प्रति वर्ष 1.08 % की वृद्धि हुई है।
प्रति वर्ष वृद्धि दर वाले क्षेत्र :-
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- मध्य भारत और पूर्वी घाट में 1.5 %,
- पश्चिमी घाट में 1%
- उत्तर-पूर्व एवं ब्रह्मपुत्र बाढ़ के मैदानों में 1.3%।
- शिवालिक पहाड़ियों और गंगा के मैदानी इलाकों में, प्रति वर्ष 3.4% की गिरावट आई है।
- उत्तराखंड में तेंदुओं की संख्या में 22% की गिरावट दर्ज की गई है।
- गिरावट का कारण :- अवैध शिकार और मानव-पशु संघर्ष,जलवायु परिवर्तन आदि।
- अरुणाचल प्रदेश, असम और पश्चिम बंगाल में सामूहिक रूप से 150% की वृद्धि हुई है, जिसके पश्चात् इन राज्यों में 349 तेंदुएं हो गए हैं।
- उत्तर प्रदेश में तेंदुए और बाघ दोनों की संख्या में वृद्धि हुई है।
- इस सर्वेक्षण के लिए 32,803 स्थानों पर कैमरा ट्रैप तैनात किए गए थे।
- इसमें आंध्र प्रदेश के नागार्जुनसागर श्रीशैलम, मध्य प्रदेश में पन्ना और सतपुड़ा सबसे अधिक तेंदुओं की संख्या वाले बाघ अभयारण्य थे।
तेंदुआ (The leopard) :-
- इसका वैज्ञानिक नाम: पैन्थेरा पार्डस (Panthera pardus) है।
- यह पैन्थरा जीनस का एक प्रजाति है।
- ये रात्रिचर होते हैं।
- ये लगभग 56 से 60 किमी प्रति घण्टे की रफ़्तार से दौड़ सकते हैं।
शरीरिक विशेषता:-
- इसका शरीर पीले रंग का होता है, जिसपर गहरे काले रंग के धब्बे होते हैं।
- इसका शरीर लम्बा, खोपड़ी बड़ी और टंगे लम्बी होती हैं।
आवास:-
- यह मूल रूप से अफ़्रीका और दक्षिण एशिया में पाए जाते हैं।
- ये विभिन्न पर्यावरणों जैसे: उष्णकटिबंधीय वर्षावन, समशीतोष्ण पतझड़ वाले वन, अल्पाइन शंकुधारी वन, सवाना वन, झाड़ियों एवं घास के मैदान आदि क्षेत्रों में पाए जाते हैं।
खतरा :-
- यह जीव शिकार, सड़क दुर्घटना, मानव-वन्यजीव संघर्ष आदि के कारण संकटग्रस्त है।
तेंदुए की संरक्षण स्थिति:-
- IUCN:– संवेदनशील (Vulnerable)
- CITES – परिशिष्ट - I
- भारतीय वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 – अनुसूची 1
प्रारंभिक परीक्षा प्रश्न : भारतीय पर्यावरण मंत्रालय द्वारा जारी तेंदुओं की स्थिति रिपोर्ट, 2024 के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए :
- भारत में तेंदुओं की संख्या में वर्ष 2018 से वर्ष 2022 के मध्य 9% की वृद्धि हुई है।
- मध्य प्रदेश (3,907) में तेंदुओं की सबसे अधिक संख्या दर्ज की गई है।
- उत्तराखंड में तेंदुओं की संख्या में सर्वाधिक गिरावट (22%) दर्ज की गई है।
उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं?
(a) केवल एक
(b) केवल दो
(c) सभी तीन
(d) कोई भी नहीं
उत्तर (b)
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स्रोत : The Indian EXPRESS