चर्चा में क्यों?
हाल ही में, भारत सरकार के राष्ट्रीय सुशासन केंद्र और हैदराबाद स्थित राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान के बीच सुशासन के लिये समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया।
मुख्य बिंदु
- यह ज्ञापन न केवल सुशासन के सिद्धांतों बल्कि ग्रामीण समुदायों को सेवाएँ प्रदान करने में सार्वजनिक धन के उपयोग में पारदर्शिता और जवाबदेही को भी सुनिश्चित करेगा।
- पंचायत स्तर पर ई-गवर्नेंस का लाभ उठाना, सुशासन मॉडल का दस्तावेजीकरण, दूसरों के बीच संरचना का सरलीकरण और ग्रामीण शासन की सर्वोत्तम प्रथाओं सहित कई प्रमुख पारस्परिक क्षेत्रों को कार्रवाई योग्य बिंदुओं के रूप में पहचाना गया।
उद्देश्य
- सभी कार्यक्रमों और योजनाओं में बेहतर सुशासन तंत्र के लिये इन दोनों राष्ट्रीय संस्थाओं को तैयार करके विभिन्न सहयोगात्मक गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित करना।
- दोनों संस्थानों के मध्य ज्ञान का आदान-प्रदान करना और पंचायती राज संस्थानों सहित सरकार के सभी स्तरों पर क्षमता निर्माण करना।
- समावेशी सुशासन को बढ़ावा देना, स्थानीय संस्थानों को मज़बूत करना और सरकारी कार्यक्रमों का प्रभावी कार्यान्वयन।
- पंचायत स्तर पर ग्रामीण शासन की सूचीकरण के बेंचमार्क की पहचान करना।