प्रधानमंत्री मोदी ने 11 दिसंबर, 2024 को नई दिल्ली में महान तमिल कवि सुब्रह्मण्यम भारती की जयंती पर उनके संपूर्ण रचना संग्रह ‘कालवरिसैयिल् भारतियार् पडैप्पुगळ्’ का विमोचन किया।
सुब्रमण्यम भारती : जीवन परिचय
- परिचय : एक भारतीय लेखक, कवि, पत्रकार, शिक्षक, भारतीय स्वतंत्रता सेनानी, समाज सुधारक और बहुभाषी (32 भाषाओं के ज्ञाता) थे।
- जीवन काल : 11 दिसंबर, 1882 - 12 सितंबर, 1921 (39 वर्ष)
- जन्म स्थल : तमिलनाडु के थूथुकुडी जिले में
- माता का नाम : लक्ष्मी अम्मल
- पिता का नाम : चिन्नास्वामी अय्यर
- विवाह : चेल्लम्मा से
- उपाधि : भारती, भारतियार एवं महाकवि
- गुरु : स्वामी विवेकानंद की शिष्या सिस्टर निवेदिता
- प्रमुख संपादन : तमिल साप्ताहिक ‘इंडिया’ एवं अंग्रेजी समाचार पत्र ‘बाला’
- प्रमुख रचनाएँ : पंजली सबथम, कन्नन पातु, कुयिल पातु, पापा पातु, चिन्नांच्रिउ किलिये, विनयगर ननमणिमलाई एवं पतंजलि के योग सूत्र व भगवत गीता के तमिल अनुवाद
अन्य महत्वपूर्ण बिंदु
- 1905 ई. में वाराणसी में गोपाल कृष्ण गोखले की अध्यक्षता में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सत्र में भाग लिया।
- 1906 ई. में दादाभाई नौरोजी के नेतृत्व में कलकत्ता में आयोजित भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अधिवेशन में भाग लिया, जिसमें स्वराज एवं ब्रिटिश वस्तुओं के बहिष्कार की मांग की गई।
- यह पहले कवि थे जिनके साहित्य का वर्ष 1949 में राष्ट्रीयकरण किया गया था अर्थात इनके साहित्य का कॉपीराइट केंद्र सरकार के पास है।
- 1960 ई. में भारतीय डाक ने भारती पर एक स्मारक डाक टिकट जारी किया।
- केंद्र सरकार ने भारती के साहित्य में योगदान को पुरस्कृत करने के लिए 1987 ई. में सुब्रमण्यम भारती पुरस्कार की स्थापना की।
- वर्ष 2021 में तमिलनाडु सरकार ने एक वार्षिक ‘भारती युवा कवि पुरस्कार’ की स्थापना की।
- बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में महाकवि भरतियार के योगदान को समर्पित एक पीठ की स्थापना की गई है।