भारतीय नौसेना ने रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के सहयोग से स्वदेशी रूप से विकसित नौसेना एंटी-शिप मिसाइल - शॉर्ट रेंज (NASM-SR) का सफल परीक्षण किया।
यह परीक्षण ओडिशा के चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण रेंज (आईटीआर) से भारतीय नौसेना के सी किंग एमके 42बी हेलीकॉप्टर से किया गया था।
NASM-SR मिसाइल की विशेषताएं
स्वदेशी वायु-प्रक्षेपित एंटी-शिप मिसाइल: यह समुद्र की लहरों के ऊपर उड़ते हुए अपने लक्ष्य पर सटीक वार करने में सक्षम है।
गति: 0.8 मैक की औसत गति।
इंजन: दो-चरणीय ठोस-प्रणोदक रॉकेट मोटर।
लंबाई और वजन: 3.6 मीटर लंबाई, 300 मिमी व्यास और लगभग 380 किलोग्राम वजन।
मारक क्षमता: अधिकतम 55 किमी।
मैन-इन-लूप विशेषता क्या है?
यह मिसाइल दोनों फायर एंड फॉरगेट और मैन-इन-लूप विशेषताओं से लैस है।
फायर एंड फॉरगेट: मिसाइल दागने के बाद पायलट के मार्गदर्शन की जरूरत नहीं होती।
मैन-इन-लूप: मिसाइल उड़ान के दौरान पायलट से संपर्क बनाए रखती है और लाइव तस्वीरें भेजती है, जिससे पायलट जरूरत पड़ने पर लक्ष्य बदल सकता है।
मिसाइल के विकासकर्ता और निर्माणकर्ता
डीआरडीओ ने अपने विभिन्न अनुसंधान केंद्रों के सहयोग से इस मिसाइल को विकसित किया है।
निर्माण: अडानी डिफेंस एंड एयरोस्पेस कंपनी द्वारा किया जा रहा है।
प्रश्न - हाल ही में स्वदेशी रूप से विकसित नौसेना एंटी-शिप मिसाइल - शॉर्ट रेंज (NASM-SR) का सफल परीक्षण कहाँ किया गया ?