टीमलीज एडटेक ने प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना के संदर्भ में एक सर्वेक्षण रिपोर्ट जारी की।
सर्वेक्षण रिपोर्ट के बारे में
- रिपोर्ट का शीर्षक : ‘सीखने से कमाई तक: शिक्षा को रोजगार में बदलने में कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) की भूमिका’
- सर्वेक्षण आधार : देश की प्रमुख 932 कंपनियों के सर्वेक्षण के आधार पर तैयार।
- इंटर्नशिप से तात्पर्य : ये कॉर्पोरेट क्षेत्र में नई प्रवेश-स्तर (इंट्री लेवल) की नौकरियां होती हैं।
सर्वेक्षण रिपोर्ट के प्रमुख निष्कर्ष
- सभी कॉर्पोरेट तक पहुँच : भारत की अधिकांश कॉर्पोरेट कंपनियां पीएम इंटर्नशिप योजना का सभी कॉर्पोरेट तक पहुँच के लिए समर्थन कर रही हैं।
- 10% इंटर्न को पूर्ण रोजगार : लगभग तीन-चौथाई कंपनियाँ इंटर्नशिप पूर्ण होने के बाद अपने कम-से-कम 10% इंटर्न को पूर्णकालिक कर्मचारी के रूप में नियुक्त करना चाहती हैं।
- इंटर्नशिप की भूमिका में वृद्धि : कौशल अंतर को कम करने और भारतीय युवाओं के लिए रोजगार क्षमता को बढ़ाने में इंटर्नशिप की भूमिका बढ़ रही है।
- डिजिटल कौशल की मांग : अधिकांश कंपनियाँ अपने इंटर्नशिप कार्यक्रमों में तकनीकी भूमिकाओं को प्राथमिकता दे रही हैं जो डिजिटल रूप से कुशल प्रतिभाओं की मांग को दर्शाता है।
- सी.एस.आर. का उपयोग : एक-तिहाई से अधिक कंपनियाँ इंटर्नशिप कार्यक्रमों के लिए अपने सी.एस.आर. बजट का 20% तक आवंटित करने की योजना बना रही हैं।
- छोटी-से-मध्यम अवधि की इंटर्नशिप का महत्त्व : दो-तिहाई से अधिक कंपनियों ने 1 से 6 महीने तक चलने वाली छोटी-से-मध्यम अवधि की इंटर्नशिप को भी सार्थक कौशल विकास और कार्यक्रम दक्षता के बीच संतुलन बनाने के लिए इष्टतम माना है।
- अन्य भागीदारों से साझेदारी : एक-तिहाई कंपनियों ने विश्वविद्यालयों और अन्य कॉरपोरेट्स दोनों के साथ साझेदारी के लिए एक मजबूत प्राथमिकता व्यक्त की।
- प्रतिफल की आशा : आधे से अधिक कंपनियों को 1 से 2 वर्षों के भीतर सी.एस.आर.-संचालित इंटर्नशिप से एक मापनीय सामाजिक निवेश पर प्रतिफल (SROI) की उम्मीद है।
पीएम इंटर्नशिप योजना के बारे में
- प्रारंभ : वित्त वर्ष 2024-25 के बजट में घोषणा
- वित्त आवंटन : 2,000 करोड़ रुपए
- उद्देश्य : वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान 1.25 लाख इंटर्नशिप अवसर एवं अगले पाँच वर्षों में 1 करोड़ युवाओं को इंटर्नशिप प्रदान करना
- लक्ष्य : युवाओं को अनुभव एवं रोजगार के अवसर प्रदान करना
- भागीदारी : सभी कंपनियों के लिए स्वैच्छिक भागीदारी
- पात्रता मापदंड :
- आयु सीमा : 21 से 24 वर्ष
- लाभार्थी पूर्णकालिक रोजगार में संलग्न नहीं होना चाहिए।
- सरकारी कर्मचारियों वाले परिवारों के व्यक्ति पात्र नहीं हैं।
- आई.आई.टी., आई.आई.एम. जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों से स्नातक जैसी योग्यता वाले लोग पात्र नहीं हैं।
- हालाँकि, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (ITI) और कौशल केंद्रों में प्रशिक्षित युवा इस योजना के लिए पात्र होंगे।
विशेषताएँ
- यह योजना शीर्ष 500 कंपनियों के साथ साझेदारी में चल रही है, जो इन कंपनियों के विगत 3 वर्षों के औसत कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व व्यय पर आधारित है।
- इस योजना के लिए चयनित उम्मीदवारों को एकमुश्त 6,000 रुपए का भत्ता और 4,500 रुपए की मासिक वित्तीय सहायता सरकार द्वारा प्रदान की जाती है।
- इसके अलावा, कंपनियों द्वारा प्रत्येक उम्मीदवार को प्रति माह 500 रुपए का अतिरिक्त भुगतान किया जाता है।
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