सतत् पर्वत विकास शिखर सम्मेलन (SMDS) का नौवां संस्करण 11 दिसम्बर को अंतर्राष्ट्रीय पर्वत दिवस के अवसर पर प्रारम्भ हुआ। इसका आयोजन भारतीय पर्वत पहल (IMI) द्वारा किया जा रहा है।
विदित है कि एस.एम.डी.एस. का पहला आयोजन नैनीताल में वर्ष 2011 में किया गया था।
प्रमुख बिंदु
इस वर्ष के शिखर सम्मेलन की थीम- ‘कोविड-19 के बाद एक लचीली पर्वतीय अर्थव्यवस्था के निर्माण के लिये उभरते रास्ते : अनुकूलन, नवाचार और गति’ है।
इस शिखर सम्मेलन में प्रवासन, जल सुरक्षा, जलवायु लचीलापन और कृषि क्षेत्र के लिये अभिनव समाधान तथा भारतीय हिमालय क्षेत्र में आपदा जोखिम को कम करने जैसे मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जाना है।
साथ ही, इस क्षेत्र की नीतियों, स्थानों, उत्पादों और व्यक्तित्वों को एकीकृत करने के लिये 'हिमालयन विजन' की आवश्यकता पर भी ज़ोर दिया गया।
भारतीय हिमालयन क्षेत्र
भारतीय हिमालयन क्षेत्र में जम्मू व कश्मीर और लद्दाख संघशासित क्षेत्रों के साथ-साथ नौ राज्य, यथा- हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा व मेघालय शामिल हैं।
इसके अतिरिक्त असम के कार्बी आंगलोंग, पश्चिम कार्बी आंगलोंग व दीमा हसाओ तथा प.बंगाल के दार्जिलिंग व कलिम्पोंग ज़िले भी इस क्षेत्र में शामिल हैं।