प्रारंभिक परीक्षा: समसामयिकी, स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2023, स्वच्छ भारत मिशन, स्वच्छ भारत मिशन शहरी 2.0 मुख्य परीक्षा: सामान्य अध्ययन, पेपर-3 |
संदर्भ:
भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय की ओर से 11 जनवरी 2024 को स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार-2023 प्रदान किए।
प्रमुख बिंदु:
- यह पुरस्कार स्वच्छ शहर, स्वच्छ छावनी, सफ़ाईमित्र सुरक्षित शहर, गंगा टाउन और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्य की श्रेणियों में दिया जाता है।
- इन श्रेणियों में 13 पुरस्कार विजेताओं को सम्म्मानित किया गया।
- स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 की थीम ‘वेस्ट टू वेल्थ’ पर केंद्रित है, जिसमें कचरे के प्रभावी प्रबंधन पर जोर दिया गया है।
- आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा स्वच्छ भारत मिशन, अर्बन 2.0 के अंतर्गत स्वच्छता संबंधी पैमानों पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले निकायों को ये राष्ट्रीय पुरस्कार दिए जाते हैं।
स्वच्छ शहर पुरस्कार:
- इस वर्ष इंदौर और सूरत को स्वच्छ शहर पुरस्कार का संयुक्त विजेता घोषित किया गया।
- इससे पहले इंदौर ने लगातार 6 वर्षों तक अकेले शीर्ष स्थान हासिल किया था।
- स्वच्छ शहर में तीसरे स्थान पर नवी मुंबई रहा।
एक लाख से कम आबादी वाले स्वच्छ शहर:
- इस श्रेणी में महाराष्ट्र के सासवड़ को पहला स्थान हासिल हुआ।
- पाटन और लोनावला शीर्ष से क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे।
सबसे स्वच्छ गंगा टाउन:
वाराणसी और प्रयागराज को सबसे स्वच्छ गंगा टाउन में क्रमशः शीर्ष दो पुरस्कार प्राप्त हुए।
सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्य:
- महाराष्ट्र को इस श्रेणी में पहला स्थान हासिल हुआ।
- शीर्ष से क्रमशः दूसरे एवं तीसरे स्थान पर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ रहे।
सबसे स्वच्छ छावनी बोर्ड:
मध्य प्रदेश के महू छावनी बोर्ड को सबसे स्वच्छ छावनी बोर्ड घोषित किया गया।
सफाई मित्र सुरक्षित शहर:
- चंडीगढ़ शहर को बेस्ट सफाई मित्र सुरक्षित शहर का अवॉर्ड मिला है।
- इसकी सबसे बड़ी वजह शहर में ऑटोमेटिक मशीन से सीवरेज की सफाई करना रही।
स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार:
- इसकी शुरुआत वर्ष 2016 में आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (MoHUA) द्वारा की गई थी।
- 2016 में सिर्फ 73 प्रमुख शहरों को ही शामिल किया गया था, जबकि इस वर्ष 4477 शहर शामिल हुए।
पुरस्कार का उद्देश्य:
- शहरों को अपने स्वच्छता मानकों और बुनियादी ढांचे में सुधार करने के लिए प्रोत्साहित करना
- नागरिकों को साफ-सफाई एवं स्वच्छता के महत्व के बारे में जागरूक करना
- स्थायी स्वच्छता प्रथाओं को प्राप्त करने के लिए शहरों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देना
- स्वच्छता पहल में नागरिक भागीदारी को बढ़ावा देना
स्वच्छ भारत मिशन:
- यह दुनिया की सबसे बड़ी स्वच्छता पहल है।
- इसे वर्ष 2014 में भारत के प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किया गया था।
- इसका लक्ष्य 2 अक्टूबर, 2019 तक भारत को खुले में शौच मुक्त करना था।
- लक्ष्य प्राप्ति के लिए 10 करोड़ से अधिक व्यक्तिगत घरेलू शौचालयों का निर्माण हुआ।
- स्वच्छता कवरेज 2014 के 39% से बढ़कर 2019 में 100% हो गया।
- 6 लाख गांवों ने खुद को खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) घोषित कर दिया।
मिशन के उद्देश्य:
- खुले में मल त्याग की प्रथा को समाप्त करना
- हाथ से सफाई करने की प्रथा समाप्त करना
- नगरीय ठोस अपशिष्ट का आधुनिक और वैज्ञानिक प्रबंधन
- स्वच्छता संबंधी आदतों के संबंध में लोगों के व्यवहार में बदलाव लाना
- स्वच्छता और जन स्वास्थ्य से इसके सम्बद्ध होने के बारे में जागरूकता लाना
- स्वच्छता में निजी क्षेत्र की सहभागिता के लिए उपयुक्त वातावरण बनाना
स्वच्छ भारत मिशन शहरी 2.0:
- इसे 1 अक्टूबर, 2021 को पांच साल की अवधि के लिए शुरू किया गया है।
- इसका लक्ष्य शहरों को पूरी तरह से कचरा-मुक्त बनाना है।
प्रश्न:- निम्नलिखित कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
- 2019 में स्वच्छ भारत मिशन शहरी 2.0 को पांच वर्षों के लिए शुरू किया गया है।
- स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार-2023 में सूरत ने स्वच्छ शहर में पहला स्थान हासिल किया।
नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए-
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न 1 और ना ही 2
उत्तर- (b)
मुख्य परीक्षा के लिए प्रश्न: स्वच्छ भारत मिशन अपने उद्देश्यों में कितना सफल रहा है? मूल्यांकन कीजिए।
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