संदर्भ
हाल ही में, केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री ने हरियाणा के मानेसर स्थित ‘राष्ट्रीय मस्तिष्क अनुसंधान केंद्र’ (NBRC) में स्वदेश परियोजना का उद्घाटन किया। यह केंद्र ‘विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग’ (DBT) के अंतर्गत आता है।
प्रमुख बिंदु
- ‘स्वदेश’ एन.बी.आर.सी में विकसित किया गया विश्व का पहला ‘मल्टीमॉडल ब्रेन इमेजिंग डेटा और एनालिटिक्स’ डाटाबेस है। इससे मस्तिष्क संबंधी विभिन्न बीमारियों को समझने तथा उनका प्रभावी उपचार करने में सहायता मिलेगी।
- यह परियोजना प्रमाणित न्यूरोइमेजिंग, न्यूरोकेमिकल, न्यूरोसाइकोलॉजिकल डेटा और एनालिटिक्स पर ध्यान केंद्रित करेगी, ताकि मस्तिष्क विकारों पर अनुसंधान करने वाले शोधकर्ताओं को मदद मिल सके।
- इस परियोजना के अंतर्गत विकसित डाटाबेस अल्ज़ाइमर रोग और अन्य तंत्रिका संबंधी विकारों को समझने के लिये मल्टीमॉडल मस्तिष्क अध्ययन करने में उपयोगी होगा।
- वर्तमान में, स्वदेश परियोजना के अंतर्गत विकसित डाटाबेस में 500 अल्ज़ाइमर और ‘हल्की संज्ञानात्मक हानि’ (Mild Cognitive Impairment – MCI) के रोगियों और 70 पार्किंसंस रोगियों का डाटा शामिल है। इसमें 600 स्वस्थ वृद्ध व्यक्तियों और 800 स्वस्थ युवा व्यक्तियों के डाटा भी सम्मिलित हैं।
- इस केंद्र के वैज्ञानिक और छात्र मस्तिष्क के रहस्यों को जानने के लिये बहु-विषयक दृष्टिकोण का उपयोग करते हैं।
‘राष्ट्रीय मस्तिष्क अनुसंधान केंद्र’ (NBRC)
- प्रधान मंत्रालय– केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय
- वित्त पोषण– विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा
- मुख्यालय– मानेसर, हरियाणा
- यह ‘तंत्रिका विज्ञान अनुसंधान और शिक्षा’ को समर्पित देश का एकमात्र संस्थान है।
- यह भारत का एक ‘उत्कृष्टता संस्थान’ (Centre of Excellence) है।
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