प्रारंभिक परीक्षा – मिथाइल अल्कोहल मुख्य परीक्षा- सामान्य अध्ययन, पेपर-3 |
संदर्भ
गुजरात के खेडा जिले में मिथाइल अल्कोहल युक्त दूषित सिरप पीने से 5 लोगों की मौत हो गई।
प्रमुख बिंदु
- आयुर्वेदिक सिरप, जिसे 'काल-मेघसव - आसव अरिष्ट' कहा जाता है।
- यह दवा कफ सिरप या टॉनिक की तरह है।
- आयुर्वेदिक सिरप को बनाने में कुछ दिक्कत हुई थी जिसके कारण कुछ मेथनॉल उसमें मिल गया जिससे लोगों की मृत्यु हुई ।
- ये मौतें कफ सिरप में मिथाइल अल्कोहल मिला होने के कारण हुई हैं।
मिथाइल अल्कोहल (Methyl alcohol)
- मिथाइल अल्कोहल (CH3OH) एक तेज़ गंध वाली रंगहीन तरल पदार्थ है।
- यह एक जहरीला पदार्थ है जिससे आंख, त्वचा, फेफड़ा और पाचन तंत्र प्रभावित होता है तथा इसके अत्यधिक सेवन से मृत्यु भी हो सकती है।
- मिथाइल अल्कोहल के सेवन से रेटीना और ऑप्टिक नर्व डैमेज हो जाती है जिसके कारण कई लोग अंधे हो जाते हैं।
- मिथाइल अल्कोहल का उपयोग सॉल्वैंट्स (solvents), डाइसर्स(deicers) प्लास्टिक, पॉलिएस्टर और अन्य रसायनों के निर्माण में किया जाता है।
प्रश्न: मिथाइल अल्कोहल के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए
- मिथाइल अल्कोहल (CH3OH) एक तेज़ गंध वाली रंगहीन तरल पदार्थ है।
- यह एक जहरीला पदार्थ है जिससे आंख, त्वचा, फेफड़ा और पाचन तंत्र प्रभावित होता है।
- मिथाइल अल्कोहल के सेवन से रेटीना और ऑप्टिक नर्व डैमेज हो जाती है जिसके कारण कई लोग अंधे हो जाते हैं।
उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं ?
(a) केवल एक
(b) केवल दो
(c) सभी तीनों
(d) कोई भी नहीं
उत्तर: (c)
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स्रोत : the hindu