चर्चा में क्यों?
हाल ही में, अरुणाचल प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री ने ताई-खामती विद्रोह को प्रथम स्वतंत्रता संघर्ष घोषित करने की मांग की है। साथ ही, भारतीय स्वतंत्रता संघर्ष में अरुणाचल प्रदेश की अन्य जनजातियों के योगदान को भी एन.सी.ई.आर.टी. पाठ्यक्रम में शामिल करने की मांग की है।
प्रमुख बिंदु
- ताई-खामती विद्रोह वर्ष 1839 में ब्रिटिश सेना के उपनिवेशीकरण के विरुद्ध अरुणाचल प्रदेश की ताई-खामती जनजाति द्वारा किया गया था।
- इस विद्रोह के दौरान विद्रोहियों ने कर्नल एडम व्हाइट सहित लगभग 80 ब्रिटिश सैनिकों को मार गिराया था।
- हालाँकि, भारतीय स्वतंत्रता संघर्ष में अभी तक इस जनजाति के योगदान को उपयुक्त स्थान नहीं मिल सका है।
- वर्तमान में ताई-खामती जनजाति की जनसंख्या लगभग एक लाख है जो मुख्यतः अरुणाचल प्रदेश व असम में निवास करती है।
- ये जनजाति बौद्ध धर्म के हीनयान (थेरवाद) शाखा में आस्था रखती है।