हाल ही में नेपाल में तामु लोसार महोत्सव मनाया गया है।
इसे गुरुंग समुदाय द्वारा मनाया जाता है।
इस समुदाय के सदस्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करके इसे मनाते हैं।
यह त्यौहार गुरुंग आबादी वाले जिलों में धूमधाम से मनाया जाता है।
इनमें लामजंग, गोरखा, तनहुन, स्यांगजा, मनांग, कास्की और पर्वत शामिल हैं।
नेपाल के ऊपरी पहाड़ी और पर्वतीय क्षेत्रों के गुरुंग समुदाय के लिए यह नया वर्ष है।
गुरुंग समुदाय द्वारा काठमांडू के टुंडीखेल में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया है।
इस उत्सव के दौरान,गुरुंग महिलाएँ अपने सिर पर पारंपरिक आभूषण, मखमली ब्लाउज, घालेक नामक एक पारंपरिक शॉल, पातुकी नामक एक पारंपरिक पेट-बांधने वाला कपड़ा और एक साड़ी पहनती हैं।
गुरुंग पुरुष भोटो नामक एक बिना आस्तीन की बनियान, भांगड़ा नामक एक सफेद शर्ट जैसा परिधान और कच्छद नामक एक प्रकार का लहंगा पहनते हैं।
वे एक जीवंत सांस्कृतिक नृत्य करते हैं।
यह त्यौहार नेपाली महीने पुश (दिसंबर-जनवरी) में मनाया जाता है।
इस समय रात वर्ष की सबसे लंबी रात होती है और फिर, रात की अवधि धीरे-धीरे छोटी होती जाती है।
गुरुंग समुदाय के बारे में:
यह नेपाल और भारत में पाया जाने वाला एक जातीय समूह है।
नेपाल में ये लोग मुख्यतः गण्डकी प्रान्त में रहते हैं।
ये समुदाय अपनी समृद्ध संस्कृति, परंपराओं और प्राकृतिक सौंदर्य के प्रति गहरे लगाव के लिए जाना जाता है।
गुरुंग समुदाय की विशेषताएं-
मूल निवास: नेपाल के हिमालयी क्षेत्र, विशेषकर गण्डकी प्रान्त।
व्यवसाय:कृषि, पशुपालन, व्यापार और सेना में सेवा।
संस्कृति: समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, पारंपरिक नृत्य, संगीत और त्योहार।
धर्म:बौद्ध धर्म, हिंदू धर्म और बॉन धर्म का मिश्रण।
भाषाएं:गुरुंग भाषा (तामू भाषा), नेपाली और अन्य स्थानीय भाषाएं।
प्रश्न- तामु लोसार महोत्सव निम्नलिखित में से किस देश में मनाया जाता है?