चर्चा में क्यों
रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने रक्षा मंत्रालय की प्रौद्योगिकी विकास निधि (TDF) योजना के तहत वित्त पोषण को 10 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 50 करोड़ रुपये प्रति परियोजना करने को मंजूरी दे दी है।
प्रमुख बिंदु
- रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) द्वारा संचालित की जा रही यह योजना एम.एस.एम.ई. (MSMEs) और स्टार्ट-अप द्वारा घटकों, उत्पादों, प्रणालियों एवं प्रौद्योगिकियों के स्वदेशी विकास का समर्थन करती है।
- ध्यातव्य है कि केंद्रीय बजट वर्ष 2022-23 में रक्षा अनुसंधान एवं विकास बजट का 25% निजी उद्योग, स्टार्ट-अप और शिक्षाविदों के लिये रखा गया है, जिसका उद्देश्य 'रक्षा क्षेत्र में आत्म-निर्भरता' को बढ़ावा देना है।
उद्देश्य
- टी.डी.एफ. योजना का उद्देश्य रक्षा प्रौद्योगिकी क्षेत्र में नवाचार और इसे विकसित करने के लिये उद्योग को प्रोत्साहित करके रक्षा विनिर्माण क्षेत्र को उत्साहित करना है।
- यह योजना कुल परियोजना लागत के 90% तक की सुविधा प्रदान करती है और उद्योग को अन्य उद्योगों/शिक्षाविदों के साथ मिलकर कार्य करने की अनुमति देती है।
- इससे उद्योग और स्टार्टअप, मौजूदा एवं भविष्य की हथियार प्रणालियों व प्लेटफार्मों के लिये अधिक जटिल तकनीकों को विकसित करने में सक्षम होंगे। टी.डी.एफ. योजना के तहत अब तक 56 परियोजनाओं को मंजूरी दी जा चुकी है।