प्रारंभिक परीक्षा – प्रादेशिक सेना (Territorial Army) मुख्य परीक्षा- सामान्य अध्ययन, पेपर-3 |
चर्चा में क्यों
भारतीय सेना एक बड़ी जनशक्ति अनुकूलन योजना (manpower optimization plan) के हिस्से के रूप में अपनी रसद और परिवहन इकाइयों को प्रादेशिक सेना में परिवर्तित करने पर विचार कर रही है।
प्रमुख बिंदु
- पूर्वी लद्दाख में चीन से जारी सैन्य टकराव के बाद भारतीय सेना को चीनी भाषा मंदारिन के विशेषज्ञ उपलब्ध कराने में टेरिटोरियल आर्मी (प्रादेशिक सेना) अहम भूमिका निभा रही है।
- भारतीय सेना की असैन्य रणनीतिक जरूरतों को पूरा करने में सहायक भूमिका निभा रही टेरिटोरियल आर्मी ने अब सेना की साइबर सुरक्षा चुनौतियों के लिए पहला रक्षा कवच बनने की दिशा में कार्य भी कर रही है।
प्रादेशिक सेना (Territorial Army)
- भारतीय प्रादेशिक सेना भारतीय सेना का एक सहायक सैन्य संगठन है।
- प्रादेशिक सेना का गठन 9 अक्टूबर 1949 को हुआ ।
- विभिन्न मंत्रालय और राज्य सरकारें अक्सर वृक्षारोपण अभियान, पेट्रोलियम तेल की खोज और आपूर्ति जैसी महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे की सुरक्षा सहित विभिन्न भूमिकाओं के लिए कार्य करती रही है।
- प्रादेशिक सेना इकाइयां संवेदनशील क्षेत्रों में सीमा बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के साथ-साथ मणिपुर और नागालैंड को जोड़ने वाले पूर्वोत्तर में रेलवे परियोजनाओं को भी सुरक्षा प्रदान करती हैं और नियंत्रण रेखा के साथ घुसपैठ विरोधी बाधा प्रणालियों के रखरखाव में शामिल हैं।
प्रश्न: निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए
- भारतीय प्रादेशिक सेना भारतीय सेना का एक सहायक सैन्य संगठन है।
- प्रादेशिक सेना इकाइयां संवेदनशील क्षेत्रों में सीमा बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के साथ-साथ मणिपुर और नागालैंड को जोड़ने वाले पूर्वोत्तर में रेलवे परियोजनाओं को भी सुरक्षा प्रदान करती है।
उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं ?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) कथन 1 और 2
(d) न तो 1 ना ही 2
उत्तर: (c)
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स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस