11 फरवरी 2025 को तमिलनाडु में ‘थाईपुसम’ त्यौहार का आयोजन किया गया।
थाईपुसम त्यौहार के बारे में
यह तमिल हिंदू समुदाय द्वारा प्रतिवर्ष मनाया जाने वाला एक त्यौहार है।
इस दिन भगवान मुरुगन (शिव और पार्वती के बड़े पुत्र कार्तिकेय) की पूजा की जाती है।
यह त्यौहार मुख्य रूप से तमिलनाडु में मनाया जाता है।
इसके अलावा यह त्यौहार श्रीलंका, मलेशिया, अमेरिका, थाईलैंड जैसे कई अन्य देशों में रहने वाले तमिल समुदाय के लोगों द्वारा भी मनाया जाता है।
यह त्यौहार तमिल माह थाई की प्रथम पूर्णिमा को मनाया जाता है।
यह त्यौहार सुरपदमन राक्षस के ऊपर भगवान मुरुगन की विजय के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।
इसी दिन भगवान मुरुगन को उनकी माता देवी पार्वती से दिव्य शस्त्र ‘वेल भाला’ प्राप्त हुआ था।
इस त्यौहार में ‘कावड़ी आट्टम’ की अनुष्ठानिक प्रथाएं शामिल हैं, जो आध्यात्मिक ऋण को संतुलित करने के साधन के रूप में सांसारिक माया का एक औपचारिक बलिदान है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान मुरुगन की पूजा करने से व्यक्ति को जीवन की सभी परेशानियों से मुक्ति मिल जाती है।