(प्रारंभिक परीक्षा : कला एवं संस्कृति) |
वर्तमान में गिरती मांग के कारण थालंगरा टोपी के अस्तित्व को लेकर संकट उत्पन्न हो गया है ।
थालंगरा टोपी
- थालंगरा टोपी मुस्लिम समुदाय की धार्मिक मान्यताओं और विरासत के प्रतीक के रूप में पहचानी जाने वाली एक पारंपरिक हस्तनिर्मित प्रार्थना टोपी है।
- परंपरागत रूप से शुद्ध कपास से बनी इस टोपी को बनाने में मशीन का कम से कम इस्तेमाल होता है।
- यह टोपी रमज़ान के पवित्र महीने के दौरान मुस्लिम परिधान का एक अनिवार्य हिस्सा थी।
- हालाँकि, वर्तमान में इसकी माँग कम हो गई है।
- यह मुख्य रूप से केरल के कासरगोड क्षेत्र में प्रचलित एवं निर्मित की जाती है।
- मुस्लिम समुदाय के पुरुष पैगंबर मुहम्मद के बालों को ढकने की प्रथा का अनुकरण करने के लिए टोपी पहनते हैं।
- अरबी में इसे 'ताक़िया' जबकि दक्षिण एशिया में 'टोपी' के रूप में जाना जाता है।
- इसका उल्लेख मोरक्को के यात्री इब्नबतूता के 14वीं सदी के लेखन में भी मिलता है।