(प्रारम्भिक परीक्षा: राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व की सामयिक घटनाएँ)
(मुख्य परीक्षा, सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र- 1 व 2: विश्व के इतिहास में 18वीं सदी तथा बाद की घटनाएँ, सामाजिक न्याय)
पृष्ठभूमि
शारीरिक, क्षेत्रीय, आर्थिक, सामाजिक व अन्य प्रकार की भिन्नताओं के बावजूद, हर व्यक्ति के मानवीय मूल्य और अधिकार समान होते हैं और उक्त आधारों पर लोगों के बीच अंतर नहीं किया जाना चाहिये। रंग या अन्य आधारों पर लोगों को प्रमुखता देना समकालीन वैश्विक समस्याओं में से एक है। सामाजिक और क्षेत्रीय आधारों पर इस भेदभाव में भिन्नता भी पाई जाती है परंतु इस समस्या का मूल आधार समान है। विकसित से लेकर विकासशील देशों तक यह समस्या जड़ जमाए बैठी है। हाल ही में, अमेरिका में अश्वेत विरोधी भावनाएँ इसका नवीनतम उदाहरण हैं। इसी संदर्भ में, अमेरिकी इतिहास में जून दिवस का महत्त्वपूर्ण स्थान है।
जून दिवस: प्रमुख बिंदु
- हाल ही में, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा 19 जून को ओक्लाहोमा (Oklahoma) राज्य के टुल्सा शहर (Tulsa) में होने वाली चुनावी रैली को रद्द कर दिया गया। अमेरिकी इतिहास में यह शहर वर्ष 1921 में अश्वेतों के विरुद्ध होने वाले सबसे बुरे नरसंहारों में से एक का गवाह रहा है।
- जूनटींथ या जून दिवस (Juneteenth: June+Nineteenth - June 19th) दो शब्दों का मेल है। अश्वेतों के प्रति एकजुटता दिखाने के लिये 19 जून को अमेरिका की कई दिग्गज कम्पनियों ने अवकाश घोषित कर दिया है। हालाँकि, इस दिन अमेरिका में संघीय अवकाश नहीं होता है।
- यह दिन अमेरिका में राष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाने वाला गुलामी या दासता की समाप्ति का सबसे पुराना स्मारक दिवस है। इस दिन को मुक्ति दिवस या जूनटींथ स्वतंत्रता दिवस के रूप में भी जाना जाता है।
- 01 जनवरी, 1863 को तत्कालीन राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन ने मुक्ति प्रस्तावना की उद्घोषणा की थी। कांग्रेस रिसर्च सर्विस (CRS) के अनुसार, इस घोषणा के 2.5 वर्ष बाद भी कई गुलाम मालिकों ने दासों को गुलाम के रूप में बंदी बनाना जारी रखा।
जून दिवस का महत्त्व
- 19 जून, 1865 को मेजर जनरल गॉर्डन ग्रेंजर ने टेक्सास में गृह युद्ध और दासता दोनों की समाप्ति की घोषणा की। तब से ही, जून दिवस अफ्रीकी अमेरिकियों के लिये स्वतंत्रता का प्रतिनिधित्व करने वाली प्रतीकात्मक तारीख बन गई है।
- इस घोषणा में स्वामी व दासों के बीच व्यक्तिगत अधिकारों और सम्पत्ति के अधिकारों की पूर्ण समानता शामिल थी। इसके उपलक्ष्य में टेक्सास में सन् 1866 से पहला जून दिवस का उत्सव शुरू हुआ, जिसमें समुदाय केंद्रित कार्यक्रम जैसे परेड, प्रार्थना सभा, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रीडिंग और संगीत कला के प्रदर्शन शामिल थे।
- इस दिन को वर्षों से लोगों व समुदायों द्वारा अपनी परम्पराओं तथा रीति-रिवाजों को विकसित करने के रूप में मान्यता प्राप्त है। 1 जनवरी, 1980 को टेक्सास में आधिकारिक अवकाश के रूप में जून दिवस को मान्यता दी गई थी।
- राष्ट्रीय जून दिवस ऑब्जर्वेंस फाउंडेशन (NJOF) के अनुसार, ‘आधुनिक जून दिवस आंदोलन’ वर्ष 1994 में शुरू हुआ।
टुल्सा जाति नरसंहार,1921
- प्रथम विश्व युद्ध के बाद टुल्सा की पहचान सम्पन्न अफ्रीकी अमेरिकी समुदाय की वजह से थी, जिसे ग्रीनवुड डिस्ट्रिक्ट या ‘ब्लैक वॉल स्ट्रीट’ के रूप में भी जाना जाता था। जून, 1921 में यहाँ घटित कई घटनाओं ने पूरे ग्रीनवुड क्षेत्र को लगभग नष्ट कर दिया।
- 30 मई, 1921 को एक अश्वेत व्यक्ति को जेल में डालने के बाद अश्वेतों और श्वेतों के मध्य टकराव पैदा हो गया।
- 1 जून, 1921 की सुबह तक ग्रीनवुड क्षेत्र को श्वेत दंगाइयों द्वारा लूटने के साथ-साथ जला दिया गया। इस घटना को टुल्सा जाति नरसंहार या टुल्सा जातीय दंगे के रूप में जाना जाता है। इसमें कई लोगों की मौत हुई, जिसे अमेरिकी इतिहास में नस्लीय हिंसा के सबसे बुरे प्रकरणों में से एक के रूप में जाना जाता है।
वर्तमान स्थिति
- अमेरिका में नस्लीय भेदभाव व असमानता की घटनाएँ नई नहीं हैं। वर्षों से पुलिस द्वारा अश्वेतों के विरुद्ध गलत तरीके से निपटने की घटनाएँ सामने आती रही हैं। महामारी से पूर्व, 4 % श्वेतों की तुलना में 10 % अश्वेत निवासी बेरोज़गार थे।
- अमेरिका में अश्वेतों के प्रति नस्लीय भेदभाव यूरोप की अपेक्षा अधिक और अद्वितीय है। ऐसा कहा जाता है कि अमेरिका में जातीय और नस्लीय भेदभाव संस्थागत है। मिनीपोलिस में हालिया पुलिसिया घटना भी इसका एक उदहारण है।