ऑस्ट्रेलिया ने ‘मोबिलिटी अरेंजमेंट फॉर टैलेंटेड अर्ली-प्रोफेशनल्स स्कीम (MATES)’ नामक एक नई योजना प्रारंभ की है जो भारत के प्रतिभाशाली युवाओं को कुछ समय के लिए ऑस्ट्रेलिया में कार्य करने की अनुमति प्रदान करेगी।
क्या है मेट्स
- ऑस्ट्रेलिया के गृह विभाग के अनुसार, MATES भारतीय विश्वविद्यालय के स्नातकों एवं प्रारंभिक करियर वाले पेशेवरों को दो वर्ष के लिए ऑस्ट्रेलिया में कार्य करने का मौका प्रदान करने की योजना है।
- 23 मई, 2023 को ऑस्ट्रेलिया तथा भारत ने प्रवासन एवं गतिशीलता भागीदारी व्यवस्था (MMPA) पर हस्ताक्षर किए।
- MMPA एक द्विपक्षीय ढांचा है जो अवैध एवं अनियमित प्रवास से संबंधित मुद्दों को संबोधित करते हुए दोनों देशों के बीच दो-तरफ़ा प्रवासन व गतिशीलता का समर्थन तथा प्रचार करता है।
- MMPA के तहत ही MATES की स्थापना की गई है। यह योजना संभवत इस वर्ष दिसंबर से पेशेवरों के लिए खुल जाएगी।
मेट्स के अंतर्गत वीज़ा के लिए आवेदन कर सकने वाले देश
- मेट्स उन भारतीय नागरिकों के लिए खुला है जो आवेदन के समय 30 वर्ष या उससे कम आयु के हैं और जिन्होंने पहले कभी MATES में भाग नहीं लिया हो।
- अंग्रेजी भाषा कौशल में निपुणता (IELTS या समकक्ष स्कोर के आधार पर) आवश्यक है।
- IELTS (International English Language Testing System) अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अंग्रेजी भाषा परीक्षण प्रणाली है।
- आवेदन के समय 2 वर्षों के अंदर किसी योग्य शैक्षणिक संस्थान से स्नातक की उपाधि प्राप्त की हुई होनी चाहिए और निम्नलिखित में से किसी एक में योग्यता (स्नातक डिग्री या उच्चतर) रखते हो-
- नवीकरणीय ऊर्जा, खनन, इंजीनियरिंग, सूचना संचार प्रौद्योगिकी (ICT), कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), वित्तीय प्रौद्योगिकी (FinTech) और कृषि प्रौद्योगिकी (AgriTech)
- नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) की वर्ष 2024 की रैंकिंग के अनुसार भारत के शीर्ष 100 विश्वविद्यालयों के स्नातक इस योजना के लिए पात्र होंगे।