हाल ही में, दक्षिण अफ़्रीकी वैज्ञानिकों ने राइज़ोटोप परियोजना के अंतर्गत अवैध शिकार पर अंकुश लगाने के लिए जीवित गैंडे के सींगों में रेडियोधर्मी पदार्थ इंजेक्ट किया।
राइज़ोटोप परियोजना
इस परियोजना की शुरुआत वर्ष 2021 में दक्षिण अफ्रीका में हुई थी
इसका उद्देश्य सीमा चौकियों पर गैंडे के सींगों का पता लगाना आसान बनाना तथा उन्हें मानव उपभोग के लिए अनुपयोगी बनाना है।
इस परियोजना मेंगैंडों के सींगों में दो छोटे रेडियोधर्मी चिप्स डाले जाएंगे।
इस कम मात्रा वाले रेडियोधर्मी पदार्थ को इस प्रकार डिजाइन किया गया है कि वह पशुओं या पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं पर विकिरण सेंसरों द्वारा पता लगाया जा सके