टी.एम.टी. परियोजना एक अंतर्राष्ट्रीय साझेदारी वाली परियोजना है। इसमें कैल टेक, कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, कनाडा, जापान, चीन और भारत आपस में सहयोग कर रहे हैं। भारत के विज्ञान एंव प्रौद्योगिकी विभाग तथा परमाणु ऊर्जा विभाग इसमें सहयोग कर रहे हैं।
तीस मीटर वाली विशालकाय दूरबीन (टी.एम.टी.) परियोजना में दूरबीन से जुड़े उपकरणों के अनुसंधान और विकासात्मक गतिविधियों केसम्बंध में भारत के खगोलविद,वर्ष 2020 के भौतिक विज्ञान के नोबेल पुरस्कार विजेता एंड्रिया गेज़ के साथ सहयोग कर रहे हैं।
ब्रह्मांड के रहस्यों को समझने के लिये गहन अंतरिक्ष से सम्बंधित जानकारी एकत्रित करने के इरादे से अमेरिका के हवाई द्वीप की मोनाकिआ (Mauna Kea) चोटी परइस दूरबीन को स्थापित किया जा रहा है।
जर्नल ऑफ एस्ट्रोनॉमी एंड एस्ट्रोफिजिक्स जर्नल में वर्ष 2015 में प्रकाशित एक लेख में ब्रह्मांड के अध्ययन के लिये भविष्य में टी.एम.टी. की उपयोगिता को रेखांकित किया गया है।
यह दूरबीन ब्रहमांड में स्थित विभिन्न पिंडो के अध्ययन सहायक होगी, जिससे भविष्य में ब्रह्माण्ड की उत्पत्ति के शुरुआती चरणों के सम्बंध में जानकारी प्राप्त हो सकेगी।
इस टेलिस्कोप को मध्य-अवरक्त से लेकर पराबैंगनी दृश्य प्रकाश की पहचान के लिये डिज़ाइन किया गया है।