पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा ‘टाइगर आउटसाइड टाइगर रिज़र्व प्रोजेक्ट’ (Tiger Outside Tiger Reserves Project) को मंजूरी दी गई है।
परियोजना के बारे में
- क्या है : यह बाघ अभयारण्यों के बाहर बाघों की निगरानी पर केन्द्रित एक परियोजना है।
- वर्तमान में देश में अनुमानित 3,682 बाघों में से लगभग 30% बाघ अधिसूचित अभयारण्यों के बाहर हैं।
- घोषणा : इस पहल की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड की बैठक के दौरान की गई थी।
- उद्देश्य :
- अभयारण्य के बाहर बाघों की आबादी पर नजर रखना
- अवैध शिकार पर रोक लगाना
- मानव-पशु संघर्ष का समाधान करना
- सामुदायिक पहुंच पर ध्यान केंद्रित करना
- बाघों के आवास में सुधार करना
- प्रस्तावित परिव्यय : 176.45 करोड़ रुपये
- कार्यान्वयन एजेंसी : राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA)
- शामिल क्षेत्र : वर्तमान में परियोजना के अंतर्गत 10 राज्यों में 80 वन प्रभागों की पहचान की गई है, जहां इसे सबसे पहले लागू किया जाएगा।
- फोकस क्षेत्र :
- मानव-पशु संघर्ष को कम करना
- बाघ अभयारण्यों के बाहर अवैध शिकार से निपटने के लिए निगरानी बढ़ाना