(प्रारंभिक परीक्षा- राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व की सामयिक घटनाएँ)
(मुख्य परीक्षा : सामान्य अध्ययन प्रश्नप्रत्र-3 : भारतीय अर्थव्यवस्था तथा योजना, संसाधनों को जुटाने, प्रगति, विकास तथा रोज़गार से संबंधित विषय)
संदर्भ
भारतीय रिज़र्व बैंक के कार्ड-ऑन-फाइल (CoF) टोकननाइज़ेशन मानदंड को 1 अक्तूबर, 2022 से लागू कर दिया गया है। इसका उद्देश्य कार्ड लेनदेन को सुरक्षित एवं विश्वसनीय बनाना है।
क्या है टोकनाइजेशन
- टोकनाइजेशन वास्तविक कार्ड विवरण के स्थान पर एक अद्वितीय ‘वैकल्पिक कोड’ प्रदान करता है जिसे ‘टोकन’ कहा जाता है। यह टोकन कार्ड के संयोजन, टोकन अनुरोधकर्ता (Token Requester) और उपकरण (Device) के लिये अद्वितीय होगा।
- टोकन अनुरोधकर्ता वह इकाई है जो कार्ड के टोकन के लिये ग्राहक से अनुरोध स्वीकार करती है और उसे संबंधित टोकन जारी करने के लिये कार्ड नेटवर्क पर भेजती है।
- टोकन का उपयोग पॉइंट-ऑफ-सेल (PoS) टर्मिनलों और क्यूआर कोड भुगतान पर संपर्क रहित कार्ड लेनदेन करने के लिये किया जा सकता है।
- टोकनाइजेशन के लागू होने के पश्चात् ऑनलाइन या मोबाइल ऐप के माध्यम से की गई किसी भी खरीदारी के लिये मर्चेंट, पेमेंट एग्रीगेटर और पेमेंट गेटवे ग्राहक के क्रेडिट और डेबिट कार्ड के महत्त्वपूर्ण विवरण जैसे तीन-अंकीय सीवीवी कोड एवं कार्ड समाप्ति तिथि का संग्रह करने में सक्षम नहीं होंगे।
कार्यप्रणाली
- एक डेबिट या क्रेडिट कार्ड धारक टोकन अनुरोधकर्ता द्वारा प्रदान किये गए ऐप पर निशुल्क आवेदन के माध्यम से टोकन प्राप्त कर सकता है।
- टोकन अनुरोधकर्ता आवेदन को कार्ड नेटवर्क को अग्रेषित करेगा, जो कार्ड जारीकर्ता की सहमति से कार्ड, टोकन अनुरोधकर्ता और डिवाइस के संयोजन के अनुरूप एक टोकन जारी करेगा।
- ऑनलाइन लेनदेन के दौरान कार्ड के विवरण के स्थान पर सर्वर पर एक अद्वितीय टोकन संग्रहीत किया जाएगा। मर्चेंट या ट्रांजेक्शन प्लेटफॉर्म वीज़ा या मास्टरकार्ड या पेमेंट गेटवे को एक संदेश बजेगा, जो उस कार्ड नंबर के लिये टोकन मांगेगा, तत्पश्चात् लेनदेन की अनुमति देने के लिये इसे बैंक को भेज दिया जाएगा।
- कार्ड टोकन की सुविधा मोबाइल फोन और टैबलेट के साथ-साथ अन्य उपभोक्ता उपकरणों जैसे - लैपटॉप, डेस्कटॉप, कलाई की घड़ियाँ एवं इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) आदि पर भी उपलब्ध होगी।
ग्राहकों को लाभ
- परंपरागत रूप में ग्राहक ऑनलाइन लेनदेन करते समय कार्ड की जानकारी को मैन्युअली दर्ज करते हैं, जो डाटा दर्ज करने में त्रुटि की संभावना को बढ़ा देता है जिससे लेनदेन विफल हो जाता है। एक प्रौद्योगिकी समाधान के रूप में टोकनाइजेशन इस समस्या का समाधान प्रस्तुत करता है।
- टोकनयुक्त कार्ड ऑनलाइन लेनदेन को सुरक्षित बनाता है क्योंकि लेनदेन प्रक्रिया के दौरान वास्तविक कार्ड विवरण व्यापारी के साथ साझा नहीं किया जाता है। वास्तविक कार्ड डाटा, टोकन और अन्य प्रासंगिक विवरण अधिकृत कार्ड नेटवर्क द्वारा सुरक्षित मोड में संग्रहीत किये जाते हैं।
- टोकन अनुरोधकर्ता प्राथमिक खाता संख्या (पैन) या कोई अन्य कार्ड विवरण संग्रहीत नहीं कर सकता है।
- यह प्रणाली व्यापारी की ओर से डाटा उल्लंघन या हैकिंग के प्रयास की स्थिति में ग्राहक के कार्ड विवरण को सुरक्षित रखती है।