भारत एवं जर्मनी सहित 13 देशों के त्वचा विशेषज्ञों ने एक नई कवक प्रजाति ट्राइकोफाइटन (टी.) इंडोटिनी [Trichophyton (T.) indotineae] के नामकरण पर आपत्ति जताई है।
उनके अनुसार, इंडिया के नाम पर क्षेत्रीय नामकरण पूर्वाग्रह, गलत सूचना एवं कलंक को जन्म देता है।
इस कवक प्रजाति से व्यापक एवं उपचार में कठिन त्वचा संक्रमण होता है जो अधिकांश एंटी-फंगल दवाओं के प्रति प्रतिरोधी है।
नामकरण :जापानी त्वचा विशेषज्ञों द्वारा वर्ष 2020 में
उन्होंने भारत एवं नेपाल के रोगियों में इस कवक को देखा था।
उत्पत्ति :अभी तक अज्ञात
हालाँकि, यह कवक 40 से अधिक देशों में पाया गया है।
क्षेत्र या स्थान आधारित विमारियों के कुछ नाम : स्पैनिश फ्लू, डेल्ही बॉईल, मदुरा फुट, वेस्ट नाइल वायरस, न्यू डेल्ही मेटालो-बीटा-लैक्टामेज-1-प्रोड्यूसिंग एंटरोबैक्टीरिया आदि