त्रिपुरा के 'मेली-एमिली ' बांस में मोटापा-रोधी गुण
चर्चा में क्यों ?
हाल ही में एक नए शोध में पता चला है कि त्रिपुरा की पारंपरिक किण्वित बांस की किस्म 'मेली-एमिली ' की कोंपल (बैम्बू शूट) से प्राप्त अर्क मेंमोटापा-रोधी प्रभाव होता है
यह शोध विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के स्वायत्त संस्थान, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी उन्नत अध्ययन संस्थान के प्रोफेसर मोजीबुर आर. खान के नेतृत्व में किया गया था
मेली-एमिली
यह अपने अद्वितीय स्वाद और पोषण गुणों के लिए जाना जाता है।
यह वजन नियंत्रण तथा चयापचय स्वास्थ्य के लिए एक बेहतर समाधान प्रदान करता है।
यह शरीर में जमा वसा को तोड़ने में मदद करता है
यह लिपिड संचय को कम करता है और फैटी एसिड बीटा-ऑक्सीकरण को बढ़ाता है।
किण्वन की तकनीकें मानव सभ्यता जितनी पुरानी हैं और पीढ़ियों से चली आ रही हैं।
इनका इस्तेमाल मुख्य रूप से भोजन को संरक्षित करने, पोषण की गुणवत्ता बढ़ाने और स्वाद और सुगंध बढ़ाने के लिए किया जाता है।
प्रश्न - मेली-एमिली बांस किस राज्य से संबंधित है ?