(प्रारंभिक परीक्षा : राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व की सामयिक घटनाएँ, सामान्य विज्ञान) (मुख्य परीक्षा, सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र- 3 : विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी- विकास एवं अनुप्रयोग और रोज़मर्रा के जीवन पर इसका प्रभाव, अंतरिक्ष) |
संदर्भ
इसरो ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आगामी थर्मल इन्फ्रारेड इमेजिंग सैटेलाइट फॉर हाई-रिजॉल्यूशन नेचुरल रिसोर्स असेसमेंट (Thermal Infrared Imaging Satellite for High-resolution Natural Resource Assessment : TRISHNA) मिशन के लिए फ्रांसीसी राष्ट्रीय अंतरिक्ष एजेंसी सी.एन.ई.एस. (CNES) के साथ अपने सहयोगात्मक प्रयास के बारे में जानकारी दी।
TRISHNA मिशन के बारे में
- तृष्णा मिशन इसरो एवं नेशनल सेंटर फॉर स्पेस स्टडीज (CNES) के बीच एक सहयोगात्मक प्रयास है।
- इस उपग्रह मिशन में दो प्राथमिक पेलोड लगाए गए हैं।
- थर्मल इंफ्रा-रेड (TIR) पेलोड : यह चार-चैनल वाला दीर्घ-तरंग इंफ्रारेड इमेजिंग सेंसर है, जो सतह के तापमान एवं उत्सर्जन का उच्च-रिज़ॉल्यूशन मानचित्रण करने में सक्षम है। इसे सी.एन.ई.एस. ने विकसित किया है।
- विजिबल-नियर इंफ्रारेड-शार्ट वेव इंफ्रारेड (VNIR-SWIR) पेलोड : इसमें सात स्पेक्ट्रल बैंड शामिल हैं, जिन्हें महत्वपूर्ण जैव-भौतिकीय एवं विकिरण बजट चर उत्पन्न करने के लिए सतह परावर्तन के विस्तृत मानचित्रण के लिए डिज़ाइन किया गया है। इस पेलोड को इसरो ने विकसित किया है।
- इसे पृथ्वी से 761 किमी. की ऊंचाई पर सूर्य-तुल्यकालिक कक्षा में संचालित करने की योजना है।
- इस मिशन को पांच वर्ष की परिचालन अवधि के लिए डिजाइन किया गया है और यह भूमि तथा तटीय क्षेत्रों के लिए 57 मीटर और महासागरीय व ध्रुवीय क्षेत्रों के लिए 1 किमी. का स्थानिक विभेदन प्रदान करेगा।
- मिशन का उद्देश्य : स्थलीय जल तनाव एवं जल उपयोग की मात्रा निर्धारित करने और तटीय व अंतर्देशीय जल में जल की गुणवत्ता तथा गतिशीलता के उच्च-रिज़ॉल्यूशन अवलोकन के लिए महाद्वीपीय जीवमंडल के ऊर्जा और जल बजट की विस्तृत निगरानी।
- यह क्षेत्रीय से वैश्विक स्तर पर पृष्ठीय ऊर्जा बजटिंग के लिए पृथ्वी की सतह के तापमान, उत्सर्जन, जैव-भौतिकीय और विकिरण चर की स्थानिक व अस्थायी उच्च-रिज़ॉल्यूशन निगरानी प्रदान करेगा।
- इसके अलावा, यह मिशन शहरी ताप द्वीपों के व्यापक मूल्यांकन, ज्वालामुखीय गतिविधि और भूतापीय संसाधनों से जुड़ी तापीय विसंगतियों का पता लगाने तथा बर्फ पिघलने से होने वाले अपवाह एवं ग्लेशियर की गतिशीलता की सटीक निगरानी में भी मदद करेगा।
- यह मिशन एयरोसोल ऑप्टिकल गहराई, वायुमंडलीय जल वाष्प एवं क्लाउड कवर संबंधी मूल्यवान डाटा भी प्रदान करेगा।
मिशन का महत्त्व
- कुशल एवं टिकाऊ जल प्रबंधन प्रथाओं और बेहतर सूक्ष्म जलसंभर प्रबंधन के माध्यम से सिंचाई जल के उपयोग का आकलन करने तथा फसल जल उत्पादकता बढ़ाने में मददगार।
- सूखे, पर्माफ्रॉस्ट में परिवर्तन और वाष्पीकरण-उत्सर्जन दर जैसे प्रमुख संकेतकों को ट्रैक करके जलवायु निगरानी में सहायता करना।
- जल गुणवत्ता निगरानी से तटीय एवं अंतर्देशीय जल निकायों में प्रदूषण का पता लगाने में मदद करना।
- तटीय किनारों पर उप-समुद्री भूजल निर्वहन की पहचान करना।
- क्रायोस्फीयर मॉनिटरिंग द्वारा हिमावरण एवं बर्फ पिघलने के पैटर्न का मूल्यांकन करके बेहतर हाइड्रोलॉजिकल मॉडल में योगदान देना।
- TRISHNA के डाटा का कई वैश्विक पहलों में उपयोग करना।
- इन पहलों में कृषि निगरानी के लिए GEOGLAM, संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्य और ग्लोबल वॉटर वॉच शामिल हैं।
पृथ्वी अवलोकन वैश्विक कृषि निगरानी समूह
- पृथ्वी अवलोकन वैश्विक कृषि निगरानी समूह (Group on Earth Observations Global Agricultural Monitoring : GEOGLAM) पहल को जून 2011 में G-20 कृषि मंत्रियों द्वारा लॉन्च किया गया था और जनवरी 2017 में इसकी पुनः पुष्टि की गई थी।
- यह एक अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य खाद्य सुरक्षा एवं टिकाऊ कृषि के क्षेत्र में निर्णय लेने, कार्रवाई करने और नीति को मजबूत करने के लिए पृथ्वी अवलोकन के उपयोग को बढ़ाना है।
- GEOGLAM पहल खाद्य मूल्य अस्थिरता पर G-20 कार्य योजना का हिस्सा है।
ग्लोबल वॉटर वॉच
- यह एक डाटा प्लेटफॉर्म है जो जलाशयों में संग्रहीत जल की मात्रा तथा दुनिया भर की प्रमुख नदी प्रणालियों में जल स्तर और प्रवाह के बारे में निःशुल्क व वैश्विक रूप से सुलभ जानकारी प्रदान करता है।
- यह बांधों का मानचित्रण करने तथा लगभग वास्तविक समय में उच्च-रिज़ॉल्यूशन स्थानिक और विस्तृत जानकारी उत्पन्न करने के लिए आधुनिक एआई एवं पृथ्वी अवलोकन (EO) एल्गोरिदम का उपयोग करता है।
- यह डेल्टारेस (Deltares), विश्व संसाधन संस्थान (WRI) और विश्व वन्यजीव कोष (WWF) के बीच एक साझेदारी है।
|