ट्रोजन क्षुद्रग्रह वे खगोलीय पिंड होते हैं जो सूर्य के चारों ओर किसी ग्रह की कक्षा में एक स्थिर लैग्रेंज बिंदु (अधिकतर L4 और L5) पर स्थित होते हैं।
ये क्षुद्रग्रह ग्रह के साथ उसकी कक्षा साझा करते हैं, लेकिन उससे टकराते नहीं हैं क्योंकि वे गुरुत्वीय रूप से संतुलित स्थिर बिंदुओं पर होते हैं।
लैग्रेंज बिंदु और ट्रोजन क्षुद्रग्रहों की स्थिति
लैग्रेंज बिंदु वे विशेष स्थान होते हैं जहाँ दो बड़े खगोलीय पिंडों (जैसे सूर्य और किसी ग्रह) के गुरुत्वाकर्षण बल एक-दूसरे को संतुलित करते हैं, जिससे वहाँ स्थित पिंड स्थिर रहते हैं।
ट्रोजन क्षुद्रग्रह आमतौर पर निम्नलिखित दो लैग्रेंज बिंदुओं पर पाए जाते हैं:
L4 बिंदु:ग्रह से 60 डिग्री आगे
L5 बिंदु:ग्रह से 60 डिग्री पीछे
ट्रोजन क्षुद्रग्रहों का महत्त्व
सौर मंडल के विकास की जानकारी:चूंकि ये क्षुद्रग्रह लाखों-करोड़ों वर्षों से स्थिर हैं, इनका अध्ययन प्रारंभिक सौर मंडल के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान कर सकता है।
ग्रहों की उत्पत्ति और संरचना:वैज्ञानिक ट्रोजन क्षुद्रग्रहों का विश्लेषण करके ग्रहों की उत्पत्ति, उनके रासायनिक घटकों और उनके विकास की प्रक्रिया को समझ सकते हैं।
अंतरिक्ष मिशन के लिए संभावित लक्ष्य: ट्रोजन क्षुद्रग्रह संभावित रूप से भविष्य के अंतरिक्ष अभियानों के लिए अनुसंधान और संसाधन उत्खनन के लक्ष्य हो सकते हैं।
पृथ्वी की सुरक्षा में योगदान: क्षुद्रग्रहों की कक्षीय गतिकी को समझने से पृथ्वी के निकट आने वाले संभावित खतरनाक पिंडों के बारे में चेतावनी प्रणाली विकसित करने में मदद मिल सकती है।
उल्लेखनीय ट्रोजन क्षुद्रग्रह
बृहस्पति ट्रोजन: अब तक खोजे गए ट्रोजन क्षुद्रग्रहों में से अधिकांश बृहस्पति की कक्षा में पाए गए हैं। बृहस्पति के L4 और L5 बिंदुओं पर हजारों ट्रोजन क्षुद्रग्रह स्थित हैं।
मंगल ट्रोजन:कुछ ट्रोजन क्षुद्रग्रह मंगल ग्रह की कक्षा में भी पाए गए हैं।
पृथ्वी ट्रोजन:अब तक कुछ गिने-चुने ट्रोजन क्षुद्रग्रह पृथ्वी के लिए भी खोजे गए हैं, जो पृथ्वी की कक्षा में संतुलित रहते हैं।
नासा और अन्य अंतरिक्ष एजेंसियों द्वारा अध्ययन
"लूसी" मिशन(2021):नासा ने ट्रोजन क्षुद्रग्रहों का अध्ययन करने के लिए Lucy नामक अंतरिक्ष मिशन लॉन्च किया है।
यह मिशन बृहस्पति के ट्रोजन क्षुद्रग्रहों का अध्ययन करके प्रारंभिक सौर मंडल के इतिहास को समझने में मदद करेगा।