प्रारंभिक परीक्षा: समसामयिकी, रेसरनर छिपकली |
संदर्भ:
प्राणीशास्त्रियों और जीवविज्ञानियों के एक दल ने मध्य ईरान में रेसरनर छिपकलियों की दो नई प्रजातियों की खोज की है।
प्रमुख बिंदु:
- शोधकर्ताओं ने इन्हें एरेमियास ग्राफिका और एरेमियास स्यूडोफासिआटा नाम दिया है।
- इन प्रजातियों की विस्तृत जानकरी पर जर्नल जूटाक्सा में एक अध्ययन प्रकाशित हुआ है।
- इन प्रजातियों में छिपकलियों की पीठ पर अनूठे चित्रलिपि पैटर्न देखे हैं, जो पूर्व की रेसरनर छिपकलियों की प्रजातियों में नहीं हैं।
रेसरनर छिपकली:
- 2010 में तेहरान के तबास शहर के पास रेसरनर छिपकलियों की खोज की गई थी।
- रेसरनर छिपकलियां अपनी रफ्तार के लिए जानी जाती हैं। कुछ प्रजातियां को तो 28 किलोमीटर प्रति घंटा तक की रफ्तार से दौड़ते देखा गया है।
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- इन छिपकलियों की औसत लंबाई 18 सेंटीमीटर हैं।
- इन छिपकलियों की पूंछ उनके शरीर से लगभग दोगुनी लंबी है।
प्रश्न: हाल ही में एरेमियास ग्राफिका और एरेमियास स्यूडोफासिआटा नामक दो रेसरनर छिपकलियों की नई प्रजातियों की खोज हुई है; यह खोज किस देश से संबंधित है?
(a) भारत
(b) पेरू
(c) ईरान
(d) लाओस
उत्तर- (c)
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स्त्रोत: DOWN TO EARTH