(प्रारंभिक परीक्षा : सरकारी योजनाओं से संबंधित प्रश्न)
(मुख्य परीक्षा : सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र 2 - सरकारी नीतियों और विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिये हस्तक्षेप से संबंधित प्रश्न)
संदर्भ
- हाल ही में, प्रधानमंत्री द्वारा उत्तरप्रदेश के ‘महोबा ज़िले’ से ‘उज्ज्वला योजना’ (प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना - P.M.U.Y.) के दूसरे चरण को ‘विश्व जैव ईंधन दिवस’ (10 अगस्त) के अवसर पर प्रारंभ किया गया। ध्यातव्य है कि इस योजना का शुभारंभ वर्ष 2016 के मई माह में उत्तर प्रदेश के ही ‘बलिया ज़िले’ से किया गया था।
- साथ ही, ऊर्जा के लिये गाय के गोबर का दोहन करते हुए ‘गोबर धन’ को बढ़ावा देने की योजना का भी उल्लेख किया गया है।
P.M.U.Y. 2.0
- वित्तीय वर्ष 21-22 के केंद्रीय बजट में पी.एम.यू.वाई. योजना के तहत एक करोड़ अतिरिक्त एल.पी.जी. कनेक्शन के प्रावधान की घोषणा की गई थी।
- इन एक करोड़ अतिरिक्त पी.एम.यू.वाई. कनेक्शन (उज्ज्वला 2.0 के तहत) का उद्देश्य कम आय वाले उन परिवारों को जमा-मुक्त एलपीजी कनेक्शन प्रदान करना है, जिन्हें पी.एम.यू.वाई. के पहले चरण के तहत शामिल नहीं किया जा सका था।
- इसके अंतर्गत सरकार एक जमा-मुक्त कनेक्शन के साथ, उज्ज्वला 2.0 के लाभार्थियों को ‘पहली रिफिल और एक हॉटप्लेट’ मुफ्त प्रदान करेगी।
- साथ ही, सरकार ने चिन्हित 50 ज़िलों के 21 लाख घरों में पाइप के माध्यम से गैस पहुँचाने का भी लक्ष्य रखा है।
- योजना के दूसरे चरण में ‘निवास प्रमाण या राशन कार्ड’ को जमा करने की बाध्यता को समाप्त कर दिया गया है।
- अब लाभार्थी को ‘पारिवारिक घोषणा और निवास प्रमाण’ के लिये केवल ‘स्व-घोषणा’ देनी होगी।
पृष्ठभूमि
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (P.M.U.Y.) 1.0
- उज्ज्वला योजना 1.0 के अंतर्गत, गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों की 5 करोड़ महिला सदस्यों को एल.पी.जी. (तरलीकृत पेट्रोलियम गैस) कनेक्शन उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया था।
- इसके बाद, अप्रैल 2018 में इस योजना का विस्तार कर इसमें 7 और श्रेणियों की महिलाओं को शामिल किया गया।
- अनुसूचित जाति एवं जनजाति
- वनवासी
- अति पिछड़ा वर्ग
- द्वीप समूह
- चाय बागान
- प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के लाभार्थी
- अंत्योदय अन्न योजना (A.A.Y.) के लाभार्थी
- साथ ही, इसके लक्ष्य को संशोधित कर 8 करोड़ एल.पी.जी. कनेक्शन कर दिया गया।
- इस योजना के अंतर्गत लाभार्थियों का चयन, वर्ष 2011 की ‘सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना’ के आधार पर किया गया था।
- यह योजना ‘पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय’ (MoPNG) के अंतर्गत प्रारंभ की गई है।
योजना की उपलब्धियाँ
- योजना के पहले चरण में दलित और आदिवासी समुदायों सहित 8 करोड़ गरीब परिवारों को मुक्त रसोई गैस कनेक्शन दिये गए हैं।
- पिछले 6 वर्षों में, देश भर में 11,000 से अधिक नए एल.पी.जी. वितरण केंद्र खोले गए हैं।
लाभ
- इस योजना के माध्यम से महिलाओं के सशक्तीकरण को बढ़ावा दिया गया है तथा उनकी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में कमी लाई गई है।
- ईंधन के जलने से होने वाली मौतों की संख्या में कमी आई है।
- वायु प्रदूषण के कारण छोटे बच्चों में होने वाली श्वास संबंधी गंभीर बीमारियों में कमी दर्ज की गई।
- इस योजना के क्रियान्वयन से जलावन लकड़ी की कटाई में कमी दर्ज की गई है, जिससे वन उन्मूलन में कमी आई।
- उज्ज्वला 2.0 का लाभ उन प्रवासियों को अधिक पाप्त होगा, जो दूसरे राज्यों में रहते हैं तथा उन्हें अपने निवास का प्रमाण पत्र देने में अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
चुनौतियाँ
- योजना के तहत प्राप्त एल.पी.जी. सिलेंडर को पुनः भरवाने के प्रति लोगों की उदासीनता।
- सिलेंडर की बढ़ती कीमत भी एक चुनौती बनी हुई है।
- लाभार्थियों की चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी।
- एल.पी.जी. सिलेंडर की वितरण व्यवस्था में अनियमितता।