प्रारंभिक परीक्षा – मिशन LIFE मुख्य परीक्षा - सामान्य अध्ययन, पेपर-3 |
चर्चा में क्यों
संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण सभा(UNEA) ने 26 फरवरी से 1 मार्च 2024 तक नैरोबी में आयोजित छठे सत्र में भारत की ओर से प्रस्तुत संधारणीय जीवन शैली को बढ़ावा देने' से संबंधित संकल्प को अपनाया।

प्रमुख बिंदु
- इस संकल्प को भारत की पर्यावरण के अनुकूल जीवन शैली (Mission LiFE or Lifestyle for Environment) पहल के भाग के रूप में प्रस्तुत किया गया था।
- श्रीलंका और बोलीविया ने इस संकल्प का सह-समर्थन किया।
- यह संकल्प सतत विकास प्राप्त करने में संधारणीय जीवन शैली की दिशा में व्यवहार में बदलाव की क्षमता को व्यक्त करता है।
- यह संकल्प वर्ष 2012 में रियो+20 में अपनाए गए सतत उपभोग और उत्पादन (SCP) पैटर्न पर कार्यक्रमों के 10-वर्षीय फ्रेमवर्क के कार्य को मान्यता प्रदान करता है।
- इस फ्रेमवर्क में छह कार्यक्रम शामिल है-
- सार्वजनिक खरीद की सततता
- सतत उपभोग और उत्पादन (SCP) के लिए उपभोक्ता सूचना
- पर्यटन
- जीवन शैली और शिक्षा
- भवन एवं निर्माण
- खाद्य प्रणालियां।
- इसे 'वन प्लैनेट नेटवर्क' द्वारा लागू किया गया है।
संकल्प के प्रमुख बिंदु:
- इस संकल्प के माध्यम से सदस्य देशों को सार्वजनिक-निजी सहयोग को बढ़ावा देने तथा संचारणीय जीवन शैली के बारे में शिक्षा और जागरुकता बढ़ाने की दिशा में पहल करने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
- सतत उपभोग और उत्पादन के लिए सामूहिक प्रयासों में तेजी लाने में व्यक्तिगत शिक्षा और कौशल की भूमिका को स्वीकार किया गया।
- प्रत्येक देश स्थायी जीवन शैली को बढ़ावा देने में राष्ट्रीय परिस्थितियों और प्राथमिकताओं को समझने।
- नागरिकों को अभिसूचित विकल्प चुनने के लिए सशक्त बनाना, सार्वजनिक एवं निजी सहयोग, सभी स्तरों पर शिक्षा और जागरूकता बढ़ाने वाली पहल को प्रोत्साहित करना।
- स्थायी जीवन शैली को बढ़ावा देने के लिए सदस्य राज्यों, हितधारकों को जानकारी, सर्वोत्तम प्रथाओं, अनुसंधान और साहित्य साझा करने के लिए आमंत्रित करना।
- इन संवादों की प्रगति पर एक रिपोर्ट सातवीं संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण सभा को प्रस्तुत की जाएगी।
मिशन LIFE (Mission LiFE or Lifestyle for Environment):
- भारत द्वारा मिशन LIFE की शुरुआत ग्लासगो में आयोजित जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन (UNFCCC) के COP-26 में की गई थी।
- इसका उद्देश्य पर्यावरण की रक्षा और संरक्षण के लिए व्यक्तिगत एवं सामुदायिक कार्यों को बढ़ावा देना है।
मिशन LIFE (Lifestyle for Environment)के चरण:
- मांग में बदलाव: इसके तहत व्यक्तियों को दैनिक जीवन में प्रभावी पर्यावरण-अनुकूल कार्य करने के लिए प्रेरित करना।
- आपूर्ति में बदलाव:इसके माध्यम से उद्योगों और बाजारों को बदलती मांग के अनुरूप प्रतिक्रिया देने में सक्षम बनाना।
- नीति में बदलाव: इसके माध्यम से सतत उपभोग और उत्पादन (SCP) का समर्थन करने के लिए सरकार और औद्योगिक नीति को प्रभावित करना।
मिशन LIFE की विषयवस्तु :
- अपशिष्ट कम करना
- ऊर्जा की बचत करना
- जल की बचत करना
- ई-अपशिष्ट कम करना
- स्वस्थ जीवन शैली अपनाना
- सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग न करना
- सतत खाद्य प्रणाली अपनाना
संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण सभा (UNEA)
- यह संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) की गवर्निंग बॉडी के रूप में कार्य करती है।
- इसकी बैठक दो साल में एक बार नैरोबी (केन्या) में होती है।
- इसका गठन रियो +20 के परिणामस्वरूप जून, 2012 में किया गया था।
- यह पर्यावरण से संबंधित मामलों पर निर्णय लेने के लिए विश्व का शीर्ष निकाय है।
प्रश्न: निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण सभा (UNEA) ने 26 फरवरी से 1 मार्च 2024 तक केन्या के नैरोबी में आयोजित छठे सत्र में 1 मार्च,2024 को भारत की ओर से प्रस्तुत संधारणीय जीवन शैली को बढ़ावा देने' से संबंधित संकल्प को अपनाया।
- मिशन LIFE को प्रधानमंत्री ने 20 अक्टूबर, 2022 को गुजरात में लॉन्च किया था।
- संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण सभा (UNEA) संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) की गवर्निंग बॉडी के रूप में कार्य करती है।
उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं ?
(a) केवल एक
(b) केवल दो
(c) सभी तीनों
(d) कोई भी नहीं
उत्तर: (c)
मुख्य परीक्षा प्रश्न : मिशन LIFE क्या है? इस मिशन के प्रमुख विशेषताओं को रेखांकित कीजिए।
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स्रोत:pib